लखनऊ में आशियाना के रजनीखंड में गुरुवार देर रात अभिषेक भारद्वाज (35) ने किचन बंद कर सिलेंडर में आग लगा दी। सिलेंडर में धमाका होने से अभिषेक का शव क्षत-विक्षत और किचन में आग लग गई। पड़ोसियों ने घटना की सूचना दमकल और पुलिस को दी। जिसके बाद आग पर काबू पाते हुये अभिषेक का शव बरामद किया गया। पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें अभिषेक ने परिवार और ससुराल वालों से परेशान होने की बात लिखी है।
रजनीखंड निवासी अभिषेक भारद्वाज कई सालों से अकेले रह रहे थे। गुरुवार देर रात अभिषेक ने खुद को किचन में बंद करके सिलेंडर में आग लगा ली। किचन से आग की लपटें और चीख-पुकार सुनकर आस पड़ोस के लोग दौड़े उन्होंने पानी फेंककर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। आग बेकाबू होते देख लोगों ने दमकल और पुलिस को सूचना दी। सूचना पर इंस्पेक्टर आशियाना और एसीपी कैंट बीनू सिंह मौके पर पहुंची।
उन्होंने बताया कि घर से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। एसीपी के मुताबिक अभिषेक की पत्नी की कई साल पहले मौत हो गई थी। सुसाइड नोट में उसने ससुरालीजनों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इसके साथ ही अभिषेक ने सुसाइड नोट में अपनी मर्जी से आत्महत्या करने की बात कही है। सुसाइड नोट के आधार पर सभी बिंदुओं की पड़ताल की जा रही है।