कोरोना संक्रमित भारतीय सेना के जवान ने नारायणा स्थित सेना के बेस अस्पताल में पेड़ से लटकर मंगलवार तड़के फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। 31 वर्षीय जवान मूल रूप से महाराष्ट्र के सांगली का रहने वाला था और वर्तमान में उसकी तैनाती राजस्थान के अलवर में थी।
जवान लंबे समय से फेफड़ों के कैंसर की समस्या से जूझ रहा था। इसी दौरान वह कोरोना संक्रमित हो गया। पुलिस को मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने जवान का शव बेस अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया है। परिजनों को सूचना देकर नारायणा थाना पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस आशंका जता रही है कि बीमारी से परेशान होकर जवान ने यह कदम उठाया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक का परिवार फिलहाल राजस्थान के अलवर में रह रहा है। जवान की तैनाती अलवर में थी, वह वहां सिग्नल मैन था। पिछले दिनों पता चला कि जवान को फेफड़ों का कैंसर है। इलाज के दौरान ही जवान कोरोना संक्रमित भी हो गया। पहले उसका इलाज आरआर अस्पताल में चला और बाद में पांच मई को बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया।
नारायणा स्थित सेना के बेस अस्पताल के लोगों ने मंगलवार सुबह कोरोना वार्ड के पीछे जवान का शव एक पेड़ से लटकते हुए देखा। रात एक बजे आखिरी बार जवान को तब देखा गया था जब वह शौचालय जा रहा था। उसके बाद से उसका पता नहीं था। सुबह चार बजे पुलिस को सूचना मिली थी। पुलिस ने शव उतरकर मामले की छानबीन की। क्राइम टीम ने भी मौके से सक्ष्य जुटाए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि परिजनों से पूछताछ के बाद ही जवान की मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा।