खुशी के बीच आई गम की घड़ी, मां का शव रखकर कराई गई बेटे की शादी, फिर अंतिम संस्कार
शादी से पूर्व वाली रात में दूल्हे की मां की मौत के बाद कोहराम मच गया। शादी निरस्त होने की स्थिति उत्पन्न हो गई। दोनों परिवार के लोगों ने शव को घर से दूर रखकर शादी का कार्यक्रम पूरा करने के बाद मां के अन्तिम संस्कार का फैसला किया। गुरुवार को दिन में किसी तरह से शादी हुई फिर शाम को अन्तिम संस्कार का कार्यक्रम किया गया। खुशी के बीच आई गम की इस घड़ी से पूरा परिवार दुखी है।
पीपीगंज के वार्ड नम्बर 6 निवासी सोनू अग्रहरि की गुरुवार को शादी तय थी। जिसकी तैयारी पिछले छह महीने से चल रही थी। पूरा परिवार व रिश्तेदारों ने शादी की तैयारी कर रखी थी। बुधवार को सोनू की हल्दी की रस्म का कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास से संपन्न हुआ। इस बीच शाम को सोनू की की तबीयत खराब हो गई। उन्हें शहर के किसी हास्पिटल में ले जाया गया जहां देर रात उनकी मौत हो गई। गुरुवार को बारात जाने की तैयारी की बीच सोनू की 55 वर्षीय मां विमला देवी की मौत की खबर ने दोनों परिवारों को संकट में डाल दिया। शादी की खुशी गम में बदल गई।
लड़के और लड़की पक्ष के लोगों में शादी को लेकर असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिस पर दोनों पक्षों ने विमला देवी के शव को पीपीगंज के बाहर करीब बारह घन्टे रखकर पहले सोनू अग्रहरी की शादी का फैसला लिया और गुरुवार दिन में आनन-फानन में किसी तरह से शादी की गई। देर शाम विमला देवी का दाह संस्कार पीपीगंज के अकटहवा घाट पर किया। इस घटना से पीपीगंज नगर में शोक की लहर व्याप्त है। इस घटना के बारे में नगर में शोक की लहर दौड़ गयी।