दिल्ली-एनसीआर में बदला मौसम का मिजाज, इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी

नई दिल्ली, एजेंसी। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में जहां मानसून सक्रिय है , वहीं दिल्ली-एनसीआर में आज हुई बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली। बिहार के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है। हालांकि, इस बीच मौसम विभाग ने कहा है कि देश में दक्षिण पश्चिम मानसून जुलाई में सामान्य रहने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो जुलाई के प्रथम सप्ताह में अच्छी बारिश होने की उम्मीद नहीं है, लेकिन महीने के दूसरे हफ्ते के दूसरे हिस्से से इसके जोर पकड़ने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक आज असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल , सिक्किम और बिहार में भारी बारिश की संभावना है। बिहार में अब भी बारिश जारी है। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम, त्रिपुरा, उत्तराखंड और तमिलनाडु में बारिश की चेतावनी जारी

की गई है।

दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार शाम को मौसम का मिजाज बदल गया है। दिल्ली के कई इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है। मौसम के अचानक करवट बदलने से लोगों ने राहत की सांस ली। बारिश के साथ-साथ तेज हवा भी चल रही है। मौसम ठंडा होने से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। गाजियाबाद के इंदिरापुरम में तेज बारिश के चलते कई इलाकों की बिजली चली गई है। बीते कुछ दिनों से पड़ रही प्रचंड गर्मी से हर कोई परेशान था। दिल्ली-एनसीआर से मानसून भी रूठ गया है। वहीं मौसम विभाग ने एक और अनुमान लगाया था कि जुलाई की शुरुआत में दिल्ली-एनसीआर में अच्छी बारिश हो सकती है, लेकिन जुलाई के पहले ही दिन जिस तरह की गर्मी पड़ी उसने 89 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। लेकिन जुलाई के दूसरे दिन दिल्ली के कई इलाकों में हुई झमाझम बारिश ने लोगों को राहत दी।

उत्तर प्रदेश से असम तक एक मॉनसून ट्रफ-एक विस्तारित कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके चलते बंगाल की खाड़ी से तेज नम दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के आने की उम्मीद है, जो अगले कुछ दिनों के लिए पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश के साथ बहुत भारी बारिश लाएगी।

इस दौरान असम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ और जलभराव का खतरा बढ़ जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले पांच दिनों के लिए बिहार, उत्तरी बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ व्यापक बारिश की भविष्यवाणी की गई है। 2 और 3 जुलाई को असम, मेघालय, सिक्किम और पश्चिम बंगाल के उत्तरी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान है। सिक्किम, असम और मेघालय को शुक्रवार और शनिवार के लिए रेड अलर्ट के तहत रखा है, जबकि बिहार में शुक्रवार को एक आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

मानसून सीजन को एक महीना पूरा हो रहा है, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भीषण बाढ़ की स्थिति देखने को मिली है। कोशी और ब्रह्मपुत्र को क्रमशः बिहार और असम का शोक कहा जाता है। इन नदियों और नारायणी, बागमती, कमला और गंडक जैसी नदियों में बाढ़ की स्थिति इस साल पहले से ही गंभीर है। इसके अलावा, अगले पांच दिनों के लिए भारी मानसूनी बारिश के पूर्वानुमान से पूरे क्षेत्र में स्थिति और खराब होने की संभावना है। 

उत्तर बिहार में गुरुवार रात से ही लगातार बारिश हो रही है। पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, मधेपुरा, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में 100 से 150 मिमी तक बारिश हो सकती है साथ ही 48 घंटों के दौरान वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है। अन्य सभी जिलों के लिए गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

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