बांदा में तेज रफ्तार रोडवेज बस की टक्कर से गुरुवार शाम ऑटो सवार छह लोगों की मौत हो गई और तीन साल की बच्ची समेत पांच लोग घायल हो गए। हादसा देहात कोतवाली क्षेत्र के जमालपुर पेट्रोलपंप के पास हुआ। घटनास्थल से लेकर जिला अस्पताल तक अफरातफरी मची रही। जानकारी पर पहुंचे अफसरों ने घायलों के इलाज के बाबत जानकारी ली। एक घायल आशा बहू को कानपुर रेफर कर दिया गया। पूर्व विधायक विश्वंभर सिंह ने जिला अस्पताल में मृतकों की शिनाख्त की।
देर शाम कानपुर से बांदा की ओर तेज रफ्तार बस जा रही थी जबकि ऑटो पपरेंदा की ओर जा रहा था, अचानक बस लहराते हुए सीधे ऑटो से जा भिड़ी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो कई राउंड पलटता चला गया। घटना में छह लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि तीन साल की बच्ची समेत पांच लोग घायल हो गए। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोगों ने उन्हें निकालना शुरू किया और पुलिस को सूचना दी। देहात कोतवाली पुलिस ने सभी को जिला अस्पताल भेजा। वहां चिकित्सकों ने छह लोगों को मृत घोषित कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही कमिश्नर गौरवदयाल, आइजी के.सत्यनारायण, डीएम आनंद सिंह, एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना, एएसपी महेंद्र प्रताप व अन्य अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे। वहां इलाज के बारे में जानकारी ली। चिकित्सकों ने घायल आशा बहू जमालपुर निवासी 42 वर्षीय सुमित्रा यादव की हालत नाजुक बताई और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें एलएलआर हॉस्पिटल (हैलट) कानपुर रेफर कर दिया। पुलिस मृतकों की शिनाख्त का प्रयास कर रही थी, इसी बीच पूर्व विधायक विश्वंभर सिंह वहां पहुंचे और बताया कि सभी मृतक उनके गांव पपरेंदा के रहने वाले थे और नौकरी-काम के बाद घर लौट रहे थे।
इन लोगों की हादसे में गई जान
ऑटो चालक महंगाराम तिवारी
चचेरे भाई रामाधीन और रामगोपाल लाल बहादुर
लूसन प्रजापति
बिंदू कुरील
हादसे में जान गंवाने वाले लालबहादुर की तीन वर्षीय पुत्री सानवी को चिकित्सकीय टीम ने गंभीर हालत में कानपुर रेफर कर दिया। कोतवाल रुकुमपाल सिंह ने बताया कि बस पकड़ ली गई जबकि चालक भाग निकला। बस चालक के बारे में परिवहन अधिकारियों से जानकारी की जा रही है।