समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सच को सच और झूठ को झूठ बताने तथा अन्याय के विरोध की क्षमता अधिवक्ताओं में ही होती है। आज सत्ता दल ने झूठ, नफरत और भय-भ्रम के जरिए जो राजनीतिक प्रदूषण फैला रखा है उसे अधिवक्ता समाज ही आगे आकर समाप्त कर सकता है।
अखिलेश यादव ने गुरुवार को डा. राजेन्द्र प्रसाद के जन्मदिन समाजवादी अधिवक्ता सभा द्वारा पार्टी मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद के सादगी, त्याग एवं समर्पण से भरे जीवन के कई प्रसंगों की भी चर्चा की। उन्होंने स्वतंत्रता के पूर्व और पश्चात संघर्ष और निर्माण में उनके योगदान की सराहना की।
अखिलेश यादव ने कहा कि जीवन मूल्यों तथा आदर्शों को तिलांजलि देकर सत्तादल का नेतृत्व नाटकीयता और इवेंट मैनेजमेंट जैसी चीजों में ही अपने दिन बिता रहा है। बुनियादी मुद्दों पर उसका ध्यान नहीं जाता है। उससे जनता को भटकाने के लिए ही आए दिन समारोह, लोकार्पण और उत्सव आयोजित किए जाते हैं। आज देश का अन्नदाता किसान आंदोलित है। नौजवान अपने अंधेरे भविष्य को लेकर निराशा में है। मंहगाई-भ्रष्टाचार से सभी परेशान है।
अखिलेश ने कहा कि विकास के काम ठप्प हैं किन्तु मुख्यमंत्री फिल्म सिटी जल्दी से जल्दी बना लेना चाहते हैं। भाजपा नेता कलाकार न बनें, अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करें। महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म में उत्तर प्रदेश की बदनामी देश की सीमाओं से बाहर चली गई है।
अखिलेश यादव ने अधिवक्ता समाज का आवाह्न किया कि वे भाजपा की कलाकारी को पराजित करने के लिए अधिवक्ता और समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर एकजुट हों। राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व मंत्री नवाब इकबाल महमूद तथा एमएलसी उदयवीर सिंह , अरविन्द कुमार सिंह एवं संजय लाठर भी उपस्थित थे।