व्यंग

एक व्यंग है जिसने भी लिखा हैशानदार लिखा है। 💮 यह नदियों का मुल्क हैपानी भी…

झरोखा

फेसबुक का चस्का देखकर जब यमराज को भी आ गए चक्कर

यमराज (औरत से) – चलो, मैं तुम्हें लेने आया हूं।.औरत – बस दो मिनट दे दो।.यमराज – दो मिनट…

//आयुर्वेदिक दोहे//

//आयुर्वेदिक दोहे//१ भोजन करें धरती पर, अल्थी-पल्थी मार, चबा-चबा कर खाइए, वैद्य न झांकें द्वार। २…

एक दम नया

एक दम नया👌👌👌👌👌👌👌👌 अध्यापक:- रमेश बेटा घर की परिभाषा बताओ ?रमेश:- सर जो घर हौंसलें से…

🐲 कोरोना महा काव्य के दोहे 🐲

रहीमदास🙊रहिमन घर से जब चलो, रखियो मास्क लगाय।ना जाने किस वेश में मिले करोना आय।। कबीरदास☕कबीरा…

बिना चश्मा, एकाग्रचित्त ध्यानी

बिना चश्मा, एकाग्रचित्त ध्यानी एक आदमी सड़क पर एक दीवार के सामने चश्में लिए बैठा था।…

दुल्हन माचिस … दिल में आग लगा दे

दरवाजा – कविता

दरवाजे “ पहले दरवाजे नहीं खटकते थे…रिश्ते -नातेदारमित्र -सम्बन्धीसीधेपहुँच जाते थे…रसोई तक वहीं जमीन पर पसरगरम…

छू लो तो चरण, अड़ा दो तो टांग…😊😊😊