- Last updated: Sun, 26 Apr 2020 10
तबलीगी जमात पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसता जा रहा है। जांच टीम ने हवाला नेटवर्क से जुड़े दो लोगों से पूछताछ की है, जिनमें से एक पर रकम विदेश भेजने का शक है। एजेंसियों के निशाने पर एक ट्रस्ट भी है, जिसकी भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
सूत्रों की मानें तो इस ट्रस्ट को लेकर मौलाना साद और उनके बेटों से भी पूछताछ की जाएगी। जांच टीम हवाला कनेक्शन से जुड़े जिन लोगों से पूछताछ कर रही है, उनमें से एक के बारे में यह जानकारी मिल रही है कि वह पिछले दिनों 90 लाख रुपये विदेश भेज चुका है। उससे पूछताछ कर जांच टीम अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिरकार यह रकम किसकी थी, उसे किसने मुहैया कराई और यह रकम किसे भेजी गई।
क्या है ट्रस्ट जांच का मामला : एजेंसियों की जांच में एक ट्रस्ट की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। एजेंसियां फिलहाल ट्रस्ट का जमात से कोई रिश्ता है नहीं, इसकी जांच कर रही हैं।
मोबाइल की जांच में खुलासा
करीब 18 नंबरों की जांचमौलाना साद, उनके के बेटों जमात के पदाधिकारियों व करीबी रिश्तेदारों पूरे नेटवर्क को खंगालने के लिए की जा रही थी। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और लोकेशन के आधार पर ही पुलिस को हवाला कनेक्शन से जुड़े दो लोगों के बारे में जानकारी मिली। वहीं जिस संदिग्ध ट्रस्ट की भूमिका की जांच की जा रही है, उसके बारे में भी सीडीआर की जांच और क्राइम ब्रांच द्वारा छापेमारी के दौरान एकत्र किए गए दस्तावेजों की जांच से पता चला है।
ट्रस्ट का खाता भी निजामद्दीन में
रकम की लेन-देन को लेकर की जा रही जांच के दौरान जिस ट्रस्ट की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है, उसका बैंक अकाउंट भी निजामुद्दीन इलाके में स्थित उसी बैंक में है, जहां जमात मुख्यालय का अकाउंट है। इस ट्रस्ट को मुख्य रूप से संचालित करने वाले शख्स की पहचान कर ली गई है। उससे पूछताछ की जाएगी। वहीं बैंक को नोटिस जारी कर खातों के बारे में जानकारी मांगी जा रही है।