उत्तर प्रदेश के कानपुर में अपहरण के बाद बेटे की हत्या से दुखी संजीत के परिजनों और इलाके के लोगों के गुस्से का सामना शनिवार को एडीजी पुलिस मुख्यालय बीपी जोगदंड को करना पड़ा। पीड़ित परिवार से मिलकर उन्होंने घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि घटना के बाद शिकायत लेकर जाने पर एसपी साउथ और अन्य पुलिस अफसरों ने उन्हें दुत्कारा था। उनकी हर बात की सिर्फ अनदेखी ही की गई। एडीजी वापस जाने लगे तो बड़ी संख्या में लोग उनकी गाड़ी के सामने आ गए। घेराव कर उन्हें रोक दिया। सीबीआई जांच की मांग को लेकर हंगामा किया। वहां मौजूद पुलिस ने किसी तरह आक्रोशित लोगों को समझाकर एडीजी को जाने का रास्ता दिया।
बीपी जोगदंड दोपहर को संजीत के घर पहुंचे। पिता चमनलाल से पूछताछ शुरू की। सबसे पहले घटना के बाबत जानकारी ली। पिता ने बताया कि 22 को बेटा नौकरी पर गया था और उसके बाद लौटा नहीं। 29 जून को फिरौती की कॉल आई और 13 जुलाई को फिरौती के 30 लाख रुपए अपहरणकर्ताओं को दिए गए। एडीजी ने जब उनसे पुलिस की भूमिका पूछी तो चमनलाल फूट-फूटकर रो पड़े। उन्होंने बताया कि बेटे का पता नहीं लग रहा था तो वह तत्कालीन एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता से मिलने गए थे। उन्होंने ऑफिस से दुत्कार कर भगा दिया था। एसपी ने परिवार से कहा था कि छोटी-मोटी बातों के लिए उन्हें परेशान न किया जाए, थाना पुलिस अपना काम कर रही है।
चमनलाल ने एडीजी को बताया कि बीच में वह निलंबित गोविन्द नगर सीओ मनोज गुप्ता के पास गए थे। सीओ अपने ऑफिस में मौजूद थे उसके बाद उन्होंने चमनलाल को कहलवाया कि वह बर्रा थाने पहुंच रहे हैं वह भी वहीं पहुंचे। बर्रा थाने में पूर्व इंस्पेक्टर रणजीत राय, सीओ और चमनलाल बैठे। तब इंस्पेक्टर ने उनकी बेटी रुचि पर ही अपहरणकर्ताओं से मिले होने का आरोप लगा दिया था। उसके बाद इंस्पेक्टर ने अपनी डायरी खोली तो उसके पास अपहरणकर्ता का नम्बर था जो कॉल ट्रेसिंग में निकला था।
एडीजी को बताया गया कि जब अपहरण की नामजद एफआईआर दर्ज कराई गई तो चौकी पुलिस ने घर आकर धमकी दी थी। पुलिस वालों ने कहा था कि यदि आरोपित कोई और निकला तो मानहानि का बहुत बड़ा दावा ठोक दिया जाएगा जिससे बचकर निकलना मुश्किल हो जाएगा। पूछताछ के बाद एडीजी वापस जाने लगे तो बड़ी संख्या में लोग उनकी गाड़ी के सामने आ गए। भीड़ चिल्लाती रही कि रोज-रोज आते हैं तो कम से कम न्याय तो दिला जाए। पुलिस के खिलाफ हर किसी में आक्रोश दिखा। मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए।
बीपी जोगदंड के मुताबिक जांच में कुछ बिंदु निकलकर आए हैं। रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अगले कुछ दिनों में शासन को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। इस मामले में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।