शाहजहांपुर में तिलहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रोशनलाल वर्मा की पुलिस से खटक गई है। उनके क्षेत्र के गांव मोहरगवां में 14 जुलाई को हुई चोरी के मामले में पुलिस ने 3 लोगों को पूछताछ के लिए उठाया था। जिनसे पूछताछ की जा रही थी, उनके परिजनों ने विधायक से आकर बताया कि पुलिस निर्दोष युवकों को ले गई है और उन्हें प्रताड़ित कर रही है। तब बुधवार शाम को विधायक ने एसपी से बात की और युवकों को छोड़ने के लिए कहा। इसके बाद भी जब युवक नहीं छूटे, तब विधायक खुद थाने पहुंचे और थानेदार से युवकों को छोड़ने के लिए फिर कहा, जब थानेदार ने उनकी नहीं सुनी तो विधायक ने बीच रोड पर गाड़ी खड़ी कर जाम लगा देने की चेतावनी दी।
मजबूरी में थानेदार को युवकों को छोड़ना पड़ा, इसके बाद युवकों ने विधायक को बताया कि उनकी पुलिस ने बहुत पिटाई की है, बैठने, चलने लायक नहीं छोड़ा है। इस बात से नाराज होकर गुरुवार को विधायक रोशनलाल वर्मा एसपी ऑफिस पहुंचे, जहां एसपी सिटी से उन्होंने शिकायत दर्ज कराई और कहा कि निर्दोष लोगों को पुलिस पकड़ रही है यह गलत बात है। इस पर विधायक का कहना था कि एसपी सिटी ने उन्हें जवाब दिया कि आप जैसे लोगों की वजह से बिकरू कांड होता है, मुख्यमंत्री का आदेश है हम किसी भी अपराधी को छोड़ नहीं सकते हैं जेल जरूर भेजेंगे।
इस पर विधायक ने कहा कि अगर पकड़े गए युवक दोषी हैं, उन पर पहले से मुकदमे हैं या वह चोरी की घटना में शामिल हैं तो उनको जेल भेजना चाहिए, लेकिन पुलिस द्वारा जिस तरह से युवकों की निर्मम पिटाई की गई है, वह गलत है। इसी बात को लेकर विधायक एसपी सिटी से नोकझोंक हो गई। नाराज होकर विधायक रोशनलाल वर्मा ऑफिस से बाहर आ गए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि वह एसपी सिटी की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे, साथ ही उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर के एसपी आनंद की तो निगोही का थानेदार भी नहीं सुनता है। इस बीच एडीएम प्रशासन भी एसपी ऑफिस पहुंचे, उन्होंने विधायक को काफी देर बाद मना कर बात करने के लिए कहा। इस दौरान एसपी सिटी, एडीएम प्रशासन विधायक को मनाने की कोशिश में लगे रहे, जिन लोगों को पीटा गया था वह युवक और उनके परिजन एसपी ऑफिस के बाहर सीढ़ियों पर बैठे।