राजस्थान में सचिन पायलट पर एक्शन होते ही बीजेपी सक्रिय हो गई है। राजनीतिक घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए विपक्षी दल बीजेपी ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को विधानसभा में शक्ति परीक्षण में बहुमत साबित करना चाहिए। भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के एक विधायक के कथित वीडियो का हवाला देते हुए पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस विधायकों के आवास पर निगरानी रख रही है। उल्लेखनीय है कि बीटीपी के विधायक राजकुमार रोत का एक वीडियो मंगलवार को यहां वायरल हुआ जिसमें वे आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र में नहीं जाने दे रही।
बीजेपी मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने मुख्यमंत्री को विधानसभा में बहुमत साबित करने की चुनौती दी। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘मुख्यमंत्री पहले विधानसभा में बहुमत सिद्ध करें और उसके बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल करें। राजनीतिक लड़ाई का परिणाम सामने आया है। हमारी अब क्या रणनीति होगी.. हम हमारे नेताओं के साथ बैठकर चर्चा करेंगे।’
प्रतिपक्ष के उप नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि अशोक गहलोत सरकार सदन में बहुमत सिद्ध नहीं कर पाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस विधायकों के आवास पर निगरानी रख रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीटीपी विधायकों को धमकी दी जा रही है। बीटीपी विधायक रोत ने अपने वीडियो में आरोप लगाया है कि पुलिस जयपुर के विधायक निवास से उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र को नहीं जाने दे रही है। उनके इस आशय के वीडियो सचिन पायलट के आधिकारिक व्हाटसएप ग्रुप में शेयर किए गए। इनमें से एक वीडियो में एक पुलिस अधिकारी उस वाहन की चाबी निकालता दिखाया गया है जिसमें रोत बैठे हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह वीडियो कब का है। रोत से इस बारे में बात नहीं हो सकी।
वहीं, बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि राज्य सरकार ने जनता का विश्वास खो दिया है और अब इसके जाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है। हम स्थितियों पर नजर बनाये हुए हैं और पार्टी के नेताओं के दिशा निर्देशों की पालना करेंगे। पार्टी ने यहां प्रदेश मुख्यालय में बैठक कर स्थिति पर चर्चा की। नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल भी बैठक में मौजूद थे। रालोपा भाजपा की सहयोगी पार्टी है।