मानसून के दौरान कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंकाओ को देखते हुए केंद्र सरकार ने कम संकरण वाले राज्यों को आने वाले दिनों के लिए सचेत किया है। इन राज्यों में अनलॉक दो में जारी तमाम छूटों के बीच संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरी सख्ती बरती जाएगी। इसकी रिपोर्ट केंद्र को अद्यतन करनी होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को राष्ट्र के नाम संदेश में पूरे देश को लापरवाही बरतने को लेकर आगाह किया गया था और उनकी यह चिंता उन रिपोर्ट पर आधारित रही है जिनमें मानसून के दौरान थोड़ी सी भी लापरवाही में संक्रमण बढ़ने का खतरा हो सकता है।
दरअसल इस समय ज्यादा जोर उन राज्यों पर है जहां कोरोना संकृमित मरीजों की संख्या ज्यादा है और लगातार मामले बढ़ रहे हैं। जबकि कम संक्रमण वाले राज्यों में ढील तो जारी है ही साथ ही सख्ती में भी कमी दिखाई दे रही है।सूत्रों के अनुसार जुलाई व अगस्त के महीने सरकार के लिये बेहद अहम हैं। इस दौरान उसे ज्यादा संक्रमण वाले राज्यों को नियंत्रण में लाना है और बाकी राज्यों को सम्भाले रखना है।
चूंकि पूरे देश में आवाजाही खुल गई है इसलिए इस बात का खतरा है के संक्रमण दूसरे क्षेत्रों में भी फैल सकता है। केंद्र सरकार ने कम संक्रमण वाले विभिन्न राज्यों को अगले दो माह पूरी सतर्कता और कोरोना से संबंधी हेल्थ प्रोटोकॉल पर अमल के निर्देश तो दिए ही हैं साथ ही उनसे जांच बढ़ाने और संक्रमण को रोकने संक्रमण की स्थिति की रिपोर्ट लगातार देने को कहा है।
इस दौरान सभी जिलों में रोजाना स्थिति का आकलन किया जाएगा और उसके हिसाब से साप्ताहिक समीक्षा कर फैसले लिए जाएंगे। इन राज्यों को यह भी कहा गया है कि वे अपने यहां क्वॉरेंटाइन केंद्र और आइसोलेशन के लिए पर्याप्त इंतजाम रखें। साथ ही वेंटिलेटर आदि की जो भी जरूरतें हैं उनको भी समय रहते पूरा कर लें।