राजधानी दिल्ली में बीते कुछ दिन पहले नाबालिग किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में आरपीएफ के दो सिपाहियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी किशोरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से बाइक से ले गए और रास्ते में शराब पिलाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वारदात के बाद किशोरी को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास छोड़ गए। घटना की जांच के दौरान पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिये आरोपियों तक पहुंच गई। गिरफ्तारी की सूचना आरोपियों के विभाग को दे दी गई है।
झारखंड निवासी पीड़िता प्रीत विहार स्थित कोठी में घरेलू नौकरानी का काम करती थी। वह शुक्रवार को अचानक बिना बताए कोठी से निकल भागी और घर जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई थी, लेकिन वहां पर दो लोग बहला-फुसलाकर उसे अपने साथ ले गए और शराब पिलाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। शनिवार रात को भटकते हुए वह कोतवाली इलाके में एक पुलिसकर्मी से मिली और अपनी आपबीती सुनाई। कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर एसीपी उमा शंकर मिश्र की देखरेख में एसएचओ राजीव भारद्वाज की टीम बनाकर घटना की जांच शुरू कर दी।
पुलिस ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लैटफॉर्म पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की। इसी के आधार पर कांस्टेबल प्रेमचंद और कांस्टेबल प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रेमचंद किशनगंज और प्रदीप दयाबस्ती रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ कांस्टेबल के तौर पर तैनात हैं।
घटना वाली रात प्रेमचंद डाक लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आया हुआ था, जहां पर किशोरी से उसकी मुलाकात हुई। वह उसे अपनी बाइक पर बैठाकर ले गया और रास्ते में प्रदीप भी मिल गया। वे शराब खरीदकर किशोरी को लोहे के पुल पर ले गए। इसके बाद उन्होंने पीड़िता को शराब पिलाई और फिर नशे में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी उसे पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास छोड़कर फरार हो गए।