उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से 30 और लोगों की मौत होने से संक्रमण से मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 465 हो गयी। वहीं संक्रमण के 591 नए मामले सामने आने से संक्रमण के मामले 15 हजार का आंकडा पार कर गये। प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने कहा, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 591 नये मामले सामने आये हैं। संक्रमण के उपचाराधीन मामले 5477 हैं जबकि 9239 लोगों को ठीक हो जाने पर अस्पताल से छट्टी मिल चुकी है।
प्रसाद ने कहा, मरीजों के ठीक होने की दर अभी भी 61 प्रतिशत के आसपास है। संक्रमण की वजह से बीते 24 घंटे में 30 और मौतें हो गईं और इस प्रकार जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 465 हो गई है। उन्होंने कहा, मंगलवार को प्रदेश में 16,159 नमूनों की जांच की गई, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। इससे पहले 15 हजार से अधिक नमूनों की जांच का आंकड़ा हमने पार किया था लेकिन मंगलवार को प्रदेश में छह हजार का आंकड़ा पार हुआ।
प्रसाद ने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का लगातार इस्तेमाल हो रहा है और इसके माध्यम से जिन लोगों को अलर्ट आए, ऐसे 84,948 लोगों को स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष से फोन कर हाल चाल लिया गया और उन्हें सावधान किया गया। इनमें से 167 ने बताया कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। कुल 109 ने बताया कि वे पूर्णतया ठीक हो गये हैं जबकि 3119 ने बताया कि वे पृथकवास में रह रहे हैं।
उन्होंने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं ने गांव गांव घर घर घूमकर 17,05,783 प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों का हालचाल लिया। इनमें से 1485 लोगों में संक्रमण के कोई ना कोई लक्षण पाए गए। उनके नमूने लेकर जांच करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेश में विभिन्न चिकित्सालय आकस्मिक एवं आवश्यक सेवाएं शुरू कर चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि सीमित तौर पर जनरल ओपीडी प्रारंभ कर दिया जाए।
प्रसाद ने बताया कि इस बारे में शासनादेश मंगलवार को ही जारी कर दिया गया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जनरल ओपीडी सभी एहतियात के साथ तत्काल प्रारंभ हो जाएगी। अगर किसी को बुखार या अन्य कोई लक्षण हो तो उसकी कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की जाएगी।