चीन का दुनियाभर की कंपनियों में भारी निवेश है। अभी वैश्विक बाजारों में गिरावट के बाद दिग्गज कंपनियों के शेयर काफी सस्ते हो गए हैं। ऐसे में चीन ने आक्रामक ढंग से भारत समेत अमेरिका, यूरोप की कंपनियों में निवेश तेज कर दिया है। बीते दिनों चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने भारत की एचडीएफसी में हिस्सेदारी बढ़ाकर एक फीसदी से अधिक कर ली। सरकार ने चीन समेत पड़ोसी देशों से आने वाले विदेशी निवेश के नियम कड़े कर दिए।
विशेषज्ञों के अनुसार चीन के निवेश पर पूरी पाबंदी भी नहीं लगा सकते हैं। पैनी नजर रख अंकुश रख सकता है। बता दें कि कोरोना वायरस के कहर की वजह से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था बेपटरी हो गई है। ऐसे में चीन कई बड़े दांव खेलने की कोशिशों में जुटा है। ड्रैगन की एक अरब डॉलर से अधिक पूंजी वाली कंपनियों पर नजर है।