लॉकडाउन के बाद ऑफिस लौटने पर ऐसे रखें खुद को स्वस्थ और सुरक्षित

कोविड-19 महामारी के विभिन्न चरणों के लॉकडाउन के बाद देश के कई हिस्सों में अनलॉक 1 शुरू हो गया है। अब तक वर्क फ्रॉर्म होम कर रहे कर्मचारियों को ऑफिस जाना शुरू कर रहे हैं तो ऐसे में चिंता होना स्वाभाविक है। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेन्शन ने कंपनियों के लिए दिशा-निर्देश प्रकाशित किए थे कि कैसे लोग सुरक्षित ऑफिस में लौट सकते हैं और काम शुरू कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि भले ही ऑफिस फिर से खुल गया हो, लेकिन वहां भी जीरो-रिस्क की स्थिति नहीं है।

लिफ्ट से लेकर कैंटीन में लंच लेने तक ऐसी कई स्थिति होंगी, जिसमें लोगों के संपर्क में आना होगा और कई सतहों को न चाहते हुए छू जाएंगे। एम्स के डॉ. अजय मोहन का कहना है कि कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण के लिए अभी तक कोई उपचार उपलब्ध नहीं हो पाया है। कोरोना वायरस के संपर्क में आने से खुद को बचाना ही इस संक्रमण की रोकथाम करने का सबसे अच्छा तरीका है। जानिए ऑफिस में बरती जाने वाली सावधानियों  के बारे में –
 
अगर किसी बड़ी बिल्डिंग में ऑफिस है, जहां लिफ्ट में भीड़भाड़ रहती है तो उस स्थिति में किसी को भी चिंता होगी। अब इसके लिए यह जरूरी है कि लिफ्ट के प्रवेश द्वार पर हैंड सैनिटाइर हो। ऑफिस फिर से खोलने के लिए सीडीसी के दिशानिर्देशों के अनुसार साबुन, कम से कम 60 प्रतिशत एल्कोहल वाला हैंड सैनिटाइजर, टिश्यूज, पेपर टॉवेल्स और नो-टच थ्रैश कैन आसानी से उपलब्ध होने चाहिए। कुछ लोग किसी पेपर टॉवेल से लिफ्ट बटन दबाना पसंद करते हैं।
 
ऑफिस जाने पर बाथरूम से लेकर कॉन्फ्रेंस रूम जैसी सुविधाओं को शेयर करना होगा। दिशानिर्देशों के अनुसार स्टैगर्ड ऑवर्स यानी कि किसी कर्मचारी को एक घंटा जल्दी आने या जाने या एक घंटा देर से आने या जाने की अनुमति हो। इसकी वजह यह है कि ऐसी स्थिति में जब बिल्कुल अपने टाइम पर ऑफिस पहुंचना हो तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भीड़भाड़ का सामना करना पड़ेगा। समय को लेकर नियमों में ढील होने से कर्मचारी को सेफ्टी का मौका मिलेगा। यह बात बाथरूम के साथ भी लागू होती है। कर्मचारी को तब बाथरूम में जाना अवॉइड करना चाहिए, जब ज्यादा लोग इस्तेमाल कर रहे हों। हाथों की स्वच्छता का ध्यान रखना है और ऐसी सतहों को नहीं छूना है, जहां संक्रमण की आशंका हो।
 
एक ही टेबल पर सहकर्मी के साथ बैठकर लंच करना भी जोखिम भरा है, क्योंकि खाना खाने के दौरान मुंह और चेहरे को छूना पड़ता है। एक-दूसरे से खाना शेयर करने से बचें। नियोक्ताओं और कर्मचारियों को कॉन्फ्रेंस रूम में फेस-टू-फेस मीटिंग से बचना चाहिए। इसे भी वर्चुअली करने की कोशिश करें।
 
ऑफिस में लोगों को मास्क का इस्तेमाल जारी रखना चाहिए, भले ही वह ब्रेक ले रहे हों या फिर शारीरिक दूरी बनाए रखी हो। खासकर उन जगहों पर जहां कर्मचारियों का लोगों से मिलने-जुलने का काम है। सीडीसी दिशानिर्देशों के अनुसार, संभव होने पर फेस मास्क या कपड़े से कवर करने का नियम लागू करना चाहिए। मास्क पहनना सबसे महत्वपूर्ण है जब आप उन जगहों पर होते हैं  जहां सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए नहीं रख सकते हैं, जैसे कि लिफ्ट। इसलिए ऐसा मास्क ढूंढना चाहिए, जिसे आराम से पूरा दिन बिना छुए या एडजस्ट किए पहन सकें। लेकिन एक ही मास्क को एक दिन से अधिक समय तक नहीं पहनना चाहिए।
 
मास्क पहनने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लें। इसके लिए एल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
 कोविड-19 मुख्य रूप से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, जब व्यक्ति छींकता है, खांसता है, बातचीत करता है या सांस लेता है। जबकि वायरस कुछ सतहों पर कई दिनों तक जीवित रह सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि कपड़ों पर कण रहने का जोखिम कम है। छोटी बूंद जो थोड़ी देर के लिए हवा में तैरती है, एयरोडायनेमिक्स के कारण कपड़ों पर जमा होने की आशंका नहीं है।

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