✍️llआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII

Alok Bajpai (Astrologer),

 

✍️llआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII

🕉ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी।
मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥

मंत्र का अर्थ:
कुबेर और श्रीं ह्रीं श्रीं जैसे बीजाक्षरों से सहित माता महालक्ष्मी को नमन करते हुए मैं प्रार्थना करता हूं कि मेरा और समस्त जगत के लोगों का घर धन संपदा से भरा रहे और सभी के जीवन में सुख की प्राप्ति हो।

✍️llआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थितिII

🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2081
संवत्सर नाम -: कालयुक्त
संवत्सर राजा-: मंगल
संवत्सर मंत्री-: शनि
संवत्सर वास -: वैश्य के घर
संवत्सर वाहन-: बैल
🌕सूर्य उत्तरायन, ऋतु-: ग्रीष्म
सूर्य उदय : प्रातः 5/30
सूर्य अस्त : सायं 7/07
📺 ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्ष की पहली तिथि

24/5/2024, दिन शुक्रवार

🌕 चंद्रमा-: वृश्चिक राशि में

🥳राशि स्वामी-: मंगल

🌱 आज का नक्षत्र-: अनुराधा प्रात: 10/10 तक उसके बाद ज्येष्ठा

💓 नक्षत्र स्वामी – : शनि/बुद्ध

💥 चन्द्रमा का नक्षत्र प्रवेश
प्रात: 10/10 से ज्येष्ठा नक्षत्र चरण 1 में
दोपहर 4/16 से ज्येष्ठा नक्षत्र चरण 2 में
रात्रि 10/23 से अनुराधा नक्षत्र चरण 3 में

🔥 योग -: शिव दोपहर 11/21 तक उसके बाद सिद्ध

🪴 गन्डमूल प्रात: 10/10 से

♻️ शुभ दिशाएँ-: पूर्व, उत्तर, उत्तर-पूर्व
♻️ दिशा शूल -: पश्चिम दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर जौ खाकर प्रस्थान करें

आज की ग्रह स्थिति -:
🌷सूर्य -: वृष राशि कृत्तिका नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य) रात्रि 3/16 से रोहिणी नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी चंद्र)
🛑मंगल -: मीन राशि रेवती नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध)
🌱 बुद्ध -: मेष राशि भरणी नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी शुक्र)
🌕गुरु-: वृष राशि कृत्तिका नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
💃 शुक्र (अस्त)-: वृष राशि कृत्तिका नक्षत्र चरण 3 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य) सायं 6/51 से चरण 4 में
🌊 शनि (अस्त)-: कुंभ राशि पूर्व भाद्रपद चरण 2 में ( नक्षत्र स्वामी गुरु )
🎥 राहु-: मीन राशि रेवती नक्षत्र चरण -1 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध)
🛐केतु-: कन्या राशि में हस्त नक्षत्र चरण -3 (नक्षत्र स्वामी चंद्र)

🤬राहु काल -: प्रात: 10/34 से दोपहर 12/18 बजे तक शुभ कार्य या नया व्यापार न करें

🌟दैनिक लग्न सारणी
प्रात: 4/56 तक मेष
6/52 तक वृष
9/05 तक मिथुन
11/26 तक कर्क
दोपहर 1/44 तक सिंह
सायं 4/01 तक कन्या
6/19 तक तुला
रात्रि 8/38 तक वृश्चिक
10/42 तक धनु
12/25 तक मकर
1/53 तक कुम्भ
4/16 तक मीन
🌷🌹🌹🌹🌹🌹
🙌🙌🙌 जय जय श्री राधे 🙌🙌🙌🙌
[24/05, 10:16 AM] Babloo Delhi Babloo: ज्येष्ठ मास (23 मई 2024 से 21 जून 2024)
के प्रमुख त्योहार:

तिथि दिन व्रत व त्योहार
23 मई, 2024 गुरुवार वैशाख पूर्णिमा व्रत
26 मई, 2024 रविवार संकष्टी चतुर्थी
02 जून, 2024 रविवार अपरा एकादशी
04 जून, 2024 मंगलवार मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत (कृष्ण)
06 जून, 2024 गुरुवार ज्येष्ठ अमावस्या
15 जून, 2024 शनिवार मिथुन संक्रांति
16 जून, 2024 रविवार गंगा दशहरा
18 जून, 2024 मंगलवार निर्जला एकादशी
19 जून, 2024 बुधवार प्रदोष व्रत (शुक्ल)

ज्येष्ठ मास में जल दान करें
छत पर पक्षियों के लिए दाना-पानी जरूर रखें।
जरूरतमंद लोगों को जल, गुड़, सत्तू, तिल आदि का दान करें
ज्येष्ठ के महीने में भगवान राम से पवन पुत्र हनुमान की मुलाकात हुई थी, अतः इस महीने हनुमान जी की पूजा करने का विशेष महत्व है।
सूर्य देव और वरुण देव की उपासना करना बेहद ही शुभ माना जाता है और सूर्यदेव को जल चढ़ाना भी फलदायी होता है।
इस महीने रोज पौधों में जल देना, लोगों को जल पिलाना, पानी बर्बाद ना करना, जरूरतमंद लोगों को घड़े सहित जल और पंखा का दान करना आदि शुभ भी माना जाता है।
इस महीने तिल के तेल का दान करना चाहिए। ऐसा करने से अकाल मृत्यु से बचा सकता है।
ज्येष्ठ मास के दौरान दिन के समय बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए। माना जाता है कि इससे व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हो सकता है।
इस महीने में शरीर में तेल नहीं लगाना चाहिए।
इस माह में परिवार के बड़े पुत्र या पुत्री का विवाह नहीं करना चाहिए।
इस मास में मसालेदार व गर्म खाने से बचना चाहिए।
ज्येष्ठ मास में घर में आए किसी भी व्यक्ति को बिना पानी पिलाए नहीं भेजना चाहिए।
इस मास में बैंगन खाने से बचना चाहिए।
जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता है, उन्हें ज्येष्ठ के महीने में मंगल दोष से मुक्ति पाने के लिए इससे संबंधित चीजें जैसे- गुड, मसूर की दाल, लाल वस्त्र आदि का दान करना चाहिए।

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