आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
टिकट वापस नही किया बल्कि काटा गया : धनन्जय सिंह
जौनपुर । बीएसपी द्वारा पत्नी का टिकट काटकर सांसद श्यामसिंह यादव को प्रत्याशी बनाये जाने के बाद पूर्व सांसद धनन्जय सिंह ने कहा कि टिकट काटे जाने से मेरी पत्नी आहत हो गई है , उन्होंने कहा उनका टिकट काटकर मुझे डिफेम करने की साज़िश की गई है, उन्होंने कहा यदि मैं मैदान में होता तो मैं निर्दलीय चुनाव लड़ता।धनन्जय से पूरे दावे के साथ कहा कि जिसे मेरे लोग चाहेंगे वही यहाँ से चुनाव जीतेगा।
आज सुबह अचानक बसपा ने जौनपुर सीट की प्रत्याशी जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला सिंह का टिकट काटकर निवर्तमान सांसद श्यामसिंह यादव को उम्मीदवार घोषित कर दिया , पार्टी के वाराणसी जोन कॉडिनेटर ने मीडिया को बताया कि श्रीकला के पति पूर्व सांसद धनन्जय सिंह ने खुद से टिकट वापस किया है।
बसपा नेता के इस बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व सांसद ने कहा बीएसपी मुझे अच्छी तरह से जानती है बसपा के नए नेता शायद मुझे नही जानते है , धनन्जय सिंह ने कहा कि 2002 में बसपा सरकार में मुझे फर्जी मुकदमे में जेल भेजा गया , 2011 में जब यूपी की सीएम मायावती थी उस समय मैं बसपा का सांसद था , उस समय भी मेरी किसी बात को लेकर मुख्यमंत्री से अनबन हो गई थी मुझे जौनपुर आने से रोकने के लिए जिले में धारा 144 लगा दिया गया था , दिल्ली के पत्रकारों ने मुझसे कहा आप जौनपुर मत जाइए इसके बाउजूद मैं जौनपुर आया टीडी कालेज में 10 हजार से अधिक भीड़ के साथ सभा भी किया उसके बाद मुझे फर्जी मुकदमों में जेल भेज दिया गया।
उन्होंने ने कहा कि मुझे पहले से ही आशंका था कि मेरे पत्नी का टिकट काट दिया जयेगा। चूंकि मैं जेल में था बसपा के लोगो ने मायावती से मेरी पत्नी की बात कराकर टिकट दिलवाया था जिसमे मेरा कोई रोल नही था , उन्होंने कहा मैं चुनाव निर्दल ही लड़ता ।
उन्होंने साफ कहा कि मेरी किसी भी दल के बड़े नेताओं से कोई बात हुई है न मैं किसी के दबाव में टिकट वापस किया है यह मुझे डिफेम करने की साज़िश हुई है।