यूपी कांग्रेस के महासचिव सचिन चौधरी ने लियायू-टर्न, बगावत का ऐलान 

ब्यूरो,

यूपी कांग्रेस के महासचिव सचिन चौधरी ने लियायू-टर्न, बगावत का ऐलान 

यूपी कांग्रेस के महासचिव सचिन चौधरी ने बगावत का ऐलान करने के तीन घंटे बाद ही यू-टर्न ले लिया। पहले उन्होंने अमरोहा सीट से नामांकन का ऐलान किया फिर खुद ही एक्स पर लिखा कि मैं अमरोहा सीट से नामांकन नहीं कर रहा हूँ, कॉंग्रेस पार्टी में मेरी आस्था है, सदैव पार्टी के लिये समर्पित हूँ। अचानक नामांकन का ऐलान करना और फिर बैकफुट पर आ जाने को कई नजरिए से देखा जा रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में सचिन चौधरी को ही कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया था।

कांग्रेस ने इस बार यहां से दानिश अली को मैदान में उतारा है। दानिश अली पिछली बार बसपा से सांसद बने थे। इस बार बसपा से कांग्रेस में आ गए हैं। सचिन चौधरी को भी पिछली बार अंतिम समय में राशिद अल्वी का टिकट काटकर मैदान में उतारा गया था। यूपी में इस बर सपा ने कांग्रेस को अमरोहा समेत 17 सीटें दी हैं। कांग्रेस अब तक 13 सीटों प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी है। अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज और मथुरा में प्रत्याशियों का ऐलान होना है।

सचिन चौधरी ने इस बार भी चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी के साथ ही अपनी दावेदारी भी पेश कर दी थी। वह लगातार इलाके में जनसंपर्क में भी लगे हुए थे। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को वाराणसी से फिर से टिकट मिलने के बाद उन्हें भी लग रहा था कि अमरोहा से दोबारा मौका मिल सकता है। लेकिन दानिश अली उन पर भारी पड़ गए। पार्टी ने पहली ही लिस्ट में दानिश अली के नाम का ऐलान कर दिया।

इस बीच सचिन चौधरी ने नामांकन करने और लोगों को जुलूस में आने का निमंत्रण दिया तो खलबली मच गई। माना जा रहा है कि उनके ऐलान के बाद कांग्रेस अचानक हरकत में आई और डैमेज कंट्रोल का काम शुरू किया। तीन घंटे में ही परिस्थितियां कुछ ऐसी बनी कि सचिन को खुद ही एक्स पर नामांकन नहीं करने का ऐलान करना पड़ गया। सचिन ने नामांक नहीं करने की बातें लिखते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में मेरी आस्था है, सदैव पार्टी के लिए समर्पित हूं। यूपी में पहले से बेहद कमजोर कांग्रेस को सचिन के यू टर्न से फिलहाल बड़ी राहत मिल गई है।

सचिन चौधरी मूलत: हापुड़ के गांव रनिया कल्याणपुर थाना बाबूगढ़ के निवासी हैं। पिछली बार भी उन्हें अमरोहा से कांग्रेस का टिकट बेहद कठिन परिस्थितियों में मिला था। पहले वह सपा से टिकट के लिए लगे थे। जब सपा-बसपा गठबंधन में यह सीट बसपा के पास चली गई तो कांग्रेस से टिकट का जुगाड़ किया। कांग्रेस ने पहले से घोषित प्रत्याशी राशिद अल्वी का टिकट काटकर सचिन चौधरी को दिया था।

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