आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
अस्पताल पहुंची स्वास्थ्य टीम, डाक्टर गायब
शाहगंज, जौनपुर। स्थानीय नगर के नई आबादी मोहल्ले में काफी समय से संचालित अवैध अस्पताल को न्यायालय के आदेश पर 20 दिन पहले बंद कराने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को अस्पताल भवन में हिंदू महासंघ कार्यालय देखकर लौटना पड़ा था। दूसरी बार मिली शिकायत पर टीम शनिवार को पुनः धमक पड़ी लेकिन चिकित्सक और मरीज नहीं मिले। फिलहाल कथित अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग की टीम के बीच चल रहे खेल की चर्चा नगर में जोरों पर है।
शनिवार को मुख्य चिकित्साधिकारी के निर्देश पर चिकित्साधीक्षक डा. रफीक फारुकी के नेतृत्व में चिकित्साधिकारी डा
. संजीव यादव कर्मचरियों के साथ पहुंचे लेकिन चिकित्सक और मरीज नहीं मिले। बताते चलें कि पूर्व में 4 मार्च को हुई छापेमारी के दौरान अस्पताल का नाम हटाकर महासभा का बोर्ड आदि भले लगा दिया गया रहा हो लेकिन हकीकत तो यही है कि कमरों के भीतर रखे अस्पताल में प्रयोग किए जाने वाले सामान को देख उसकी अनदेखी करते हुए जिम्मेदार अधिकारी का लौट जाना शायद कथित अस्पताल संचालक को आक्सीजन देता है। पड़ोसियों की मानें तो अस्पताल में विभागीय अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही कथित अस्पताल संचालक को इसकी जानकारी हो जाना, पलक झपकते ही अस्पताल को कार्यालय में बदल देना आश्चर्य करने वाला है। ऐसे स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों के बीच विभीषण की भूमिका अदा करने वाले की मौजूदगी से इंकार नहीं किया जा सकता।