आलोक वर्मा, जौनपुर ब्यूरो,
भाई जमीनी हकीकत है कि मुसलमान वोटर तो कांग्रेस के साथ जा चुका है। अब वो बसपा को भी एक वोट नहीं देने वाला है। अगर अखिलेश यादव ने कांग्रेस से गठबंधन न किया होता तो स्थिति बहुत खराब होती सपा की।
विधानसभा चुनाव में अखिलेश के साथ मुस्लिम समुदाय वोट करेगा लेकिन लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने मुसलमानों के दिल में जगह बना ली है। मुसलमानों को लगता है कि मोदी की आँख में आंख डालकर बोलने वाला लड़ने वाला एक ही नेता है और वो है राहुल गांधी। अगर इस चुनाव में राहुल को वोट नहीं किया तो मोदी के सामने खड़ा होने वाला कोई नहीं रहेगा।
राहुल गांधी के लगातार संघर्ष ने मोदी विरोधी वोटर के बीच जबरदस्त छवि बना दी है।