ब्यूरो,
तमिलनाडु के कोयंबटूर में 18 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो होना है। मगर, राज्य सरकार की ओर से इसकी इजाजत नहीं दी गई है। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, जिला पुलिस अधिकारियों ने इसे लेकर सुरक्षा जोखिमों का हवाला दिया है। साथ ही कुछ दूसरे कारण भी गिनाए हैं। दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी दक्षिण भारत के दौरे पर हैं और यह रोड शो इसी का हिस्सा था। भाजपा की ओर से इस शहर में 3.6 किलोमीटर लंबे रोड शो की इजाजत मांगी गई थी।
रोड शो की इजाजत न देने के पीछे प्रशासन की ओर से 4 कारण बताए गए हैं। इनमें सुरक्षा जोखिम, कोयंबटूर का सांप्रदायिक इतिहास, आम जनता को परेशानी और छात्रों को इससे होने वाली असुविधा प्रमुख हैं। मालूम हो कि पीएम मोदी के रोड शो का समापन बिंदु आरएस पुरम था, जो उन जगहों में से एक है जहां 1998 के सिलसिलेवार धमाके हुए थे। कोयंबटूर को सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील माना जाता है, जिसे देखते हुए किसी भी राजनीतिक दल या समूह को रोड शो की इजाजत नहीं मिली है। अधिकारियों ने बताया कि परीक्षाएं भी 18 और 19 मार्च को होनी हैं और रोड शो के लिए प्रस्तावित मार्ग पर कई स्कूल स्थित हैं।
3 राज्यों में राजनीतिक कार्यक्रमों के साथ PM मोदी ने लोकसभा चुनाव की घोषणा से एक दिन पहले दक्षिण भारत में भाजपा के चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी। बीजेपी की कोशिश दक्षिण क्षेत्र के 5 राज्यों से अधिक से अधिक सीट हासिल कर उस मिथक को तोड़ने की है कि उसका दबदबा सिर्फ हिंदी पट्टी के ही क्षेत्रों में है। भाजपा नेताओं ने कहा कि मोदी अगले चार दिनों यानी 19 मार्च तक सभी दक्षिणी राज्यों का दौरा करेंगे और उन स्थानों पर ध्यान केंद्रित करेंगे जहां सत्तारूढ़ पार्टी को फायदा मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री 17 मार्च को आंध्र प्रदेश में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा)-भाजपा-जन सेना की संयुक्त रैली को संबोधित करेंगे। मोदी शनिवार को तेलंगाना के नगरकुरनूल और कर्नाटक के गुलबर्गा में प्रचार करेंगे। 18 मार्च को वह तेलंगाना के जगतियाल और कर्नाटक के शिमोगा में रैलियों को संबोधित कर सकते हैं।