ब्यूरो,
नूंह हिंसा से चर्चा में आए बिट्टू बजरंगी के भाई महेश ने सोमवार को दम तोड़ दिया। पेट्रोल डालकर आग के हवाले किए महेश की तीन सप्ताह बाद एक्स में मौत हो गई। मंगलवार दोपहर महेश का शव दिल्ली एम्स अस्पताल से फरीदाबाद लाया गया। इसकी जानकारी पाकर आसपास के काफी संख्या में लोग जुट गए। भीड़ और आक्रोश को देखते हुए पुलिस भी अलर्ट हो गई है। सारन थाना समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची है। किसी प्रकार की अप्रिय घटना की आशंका में चाचा चौक के आसपास की दुकान बंद करवा दिया है।
गौरतलब है कि 13-14 दिसम्बर की रात को चाचा चौक के पास स्थित बाबा फल और सब्जी मंडी में बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल को कुछ शरारती तत्वों ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर जलाने का प्रयास किया था। हमले के दौरान महेश ने नाले में कूदकर अपनी जान बचाई। इसके बाद वह किसी तरह अपने घर पहुंचा। इसके बाद उसे बीके अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन परिजन उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराकर कुछ दिनों तक इलाज कराया। बताया जा रहा है कि स्थिति गंभीर होने के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन उसे सोमवार को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। मामले की जांच के लिए 18 दिसंबर-2023 को पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने मौका मुआयना किया था। वह बाबा फल मंडी पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी ली। साथ ही आसपास के लोगों से भी पूछताछ की थी। अधिकारियों को सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने का आदेश दिया गया था।
पुलिस आयुक्त ने 15 दिसंबर को पुलिस आयुक्त ने एसीपी क्राइम अमन यादव की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की थी। टीम में थाना सारन एसएचओ, पुलिस चौकी पर्वतीय कॉलोनी और क्राइम ब्रांच सेक्टर-48 के प्रभारी को शामिल किया गया। इसके बाद एफएसएल की टीम के द्वारा साक्ष्य लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए साइंस लैब जांच के लिए भेजे गए। पुलिस विभिन्न पहलूओं से जांच करने का दावा कर रही है।