ब्यूरो,
अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन को लेकर तैयारियां जोरो-शोरों से चल रही हैं। अयोध्या को फूलों से सजाया जा रहा है। सरकार ने अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया है। राम मंदिर समिति ट्रस्ट के प्रमुख चंपत राय का कहना है कि देश-विदेश सभी जगह निमंत्रण भेजे जा चुके हैं। राम मंदिर उद्घाटन से पहले राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्ष के नेता बीजेपी पर राम मंदिर उद्घाटन की आड़ में राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने मंदिर उद्घाटन में दूसरे समुदाय के लोगों की अवहेलना करने का आरोप लगाया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने राम मंदिर उद्घाटन को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा, “कल मुझसे राम मंदिर को लेकर पूछा गया… मैं उस उत्सव पर विश्वास रखती हूं जो सभी को साथ लेकर चले, सबके बारे में बात करे… आपको जो करना है करिए, आप चुनाव से पहले जो कर रहे हैं करिए, मुझे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन दूसरे समुदाय के लोगों की अवहेलना करना सही नहीं है… मैं ईश्वर-अल्लाह की कसम खाकर कहती हूं कि जबतक मैं रहूंगी तब तक कभी हिंदु-मुसलमान में भेदभाव करने नहीं दूंगी…।”
मंगलवार को दक्षिण 24 परगना में एक सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम में बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र ने सभी आवासीय परियोजनाओं को भगवा रंग में रंगने के लिए कहा है। “वे कहते हैं कि इन सभी परियोजनाओं को भगवा रंग में रंगने की जरूरत है। हम भगवा का सम्मान करते हैं क्योंकि यह संतों द्वारा पहना जाता है। लेकिन हर चीज को भाजपा के रंग में क्यों रंगा जाना चाहिए?”
ममता बनर्जी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास भगवा झंडा है जिस पर उनका चुनाव चिन्ह कमल छपा हुआ है। मुख्यमंत्री ने राज्य में केंद्र सरकार द्वारा सहायता प्राप्त प्रत्येक परियोजना में भाजपा का लोगो (कमल चिह्न) संलग्न करने पर भी आपत्ति जताई। कहा “यहां तक कि अगर वे किसी परियोजना के लिए एक रुपया भी देते हैं तो वे कहते हैं कि हमें इसमें भाजपा का लोगो लगाना होगा। मैं केंद्र सरकार का लोगो, राज्य सरकार का लोगो दे सकती हूं लेकिन किसी राजनीतिक दल का नहीं। वे कब तक अपने झूठ और अफवाहों को जारी रखेंगे ?”