ब्यूरो,
अयोध्या में श्रीराम मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा में आने वाले अधिसंख्य अतिथि लखनऊ में ठहरेंगे। ऐसे में यहां के होटलों में 20 जनवरी से लेकर 23 तक किसी भी एडवांस बुकिंग पर रोक लगा दी गई है। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अपर मुख्य सचिव गृह संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार की मौजूदगी में होटल एससोसिएशन के साथ बैठक हुई। इसमें निर्देश दिए गए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ने होटल कारोबारियों से कहा कि 20, 21, 22 और 23 जनवरी कोई भी बुकिंग न करें। इसकी वजह यह है कि श्रीराम मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम काफी भव्य होगा। इसमें बड़ी संख्या में अति विशिष्ट अतिथि भी आ रहे हैं। उनमें से अधिसंख्य लखनऊ में ठहरेंगे। अपर मुख्य सचिव ने होटल कारोबारियों से कहा कि किसी भी अतिथि से मानक से ज्यादा शुल्क न वसूला जाए। अतिथियों को लखनऊ की मेहमाननवाजी से रू-ब-रू कराएं जिससे वे एक सुखद अनुभव संग वापस लौटें।
पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर ने होटलों में कार्य करने वाले नए नियुक्त कार्मिकों का पुलिस सत्यापन करवाने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि इस कार्य में पुलिस का पूरा सहयोग होटल कारोबारियों को मिलेगा। साथ ही होटल से अनुबंधित टैक्सी चालकों का भी पुलिस सत्यापन कराने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने होटलकर्मियों और टैक्सी ड्राइवरों को प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया। इस प्रशिक्षण में उनको बताया जाएगा कि आगंतुकों के साथ कैसे शिष्ट व्यवहार करेंगे। डीएम ने हिदायत दी कि कार्यक्रम की अवधि के दौरान होटलों के कमरों का किराया तर्कसंगत होना चाहिए। अनावश्यक वृद्धि स्वीकार नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने होटल संचालकों को निर्देश दिया कि यह जांच कर लें कि कार्यक्रम अवधि के दौरान किसी कर्मचारी ने लाभ कमाने के उद्देश्य से तो बुकिंग नहीं की हुई है। यदि ऐसा है तो तत्काल ऐसी बुकिंग का सत्यापन करते हुए उसे निरस्त करें। साथ ही तय अवधि के बीच होटल में खाली कमरों की संख्या पारदर्शी तरीके से अपनी वेबसाइट पर दर्ज करेंगे।प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने कहा कि अयोध्या दर्शन केलिए अतिथियों का आगमन 22 जनवरी से शुरू हो जाएगा। अतिथियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न होने पाए, यह विशेष रूप से ध्यान रखना होगा।