ब्यूरो,
यूपी में बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत खबर है। ओटीएस की छूट के साथ ही उपभोक्ता छुट्टियों में भी बिजली बिल जमा कर सकेंगे। इसके साथ लापरवाही में परीक्षण खंड फर्रुखाबाद के अधिशाषी अभियंता को निलम्बित कर दिया गया। वहीं दो अधीक्षण अभियन्ता और 8 अधिशाषी अभियन्ताओं को धीमी प्रगति के कारण चेतावनी दी गई। यूपी पॉवर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने बुधवार सुबह समीक्षा बैठक की। इस दौरान चेयरमैन एक्शन में दिखे। उन्होंने कहा कि इस माह के अंत में सभी के कार्यों की प्रगति का मूल्याकंन किया जायेगा और जिनकी प्रगति संतोषजनक नहीं होगी उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दक्षिणांचल डिस्काम के बांदा एवं कानपुर क्षेत्र की समीक्षा में आज अध्यक्ष नें चिन्हित वितरण एवं परीक्षक खण्ड के अधिशाषी अभियन्ताओं से ओटीएस बिजली बिल वसूली तथा मीटर स्थापना के सन्दर्भ में विस्तृत पूछताछ की। इस बैठक में यूपी पॉवर कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार, दक्षिणांचल डिस्काम के प्रबन्ध निदेशक अमित किशोर सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
चेयरमैन ने कहा है कि ओटीएस के माध्यम से हर बकायेदार विद्युत राजस्व जमा करे इसके लिये प्रयास होना चाहिए। इसके लिये फोन घुमाओ अभियान से लेकर कैम्प लगाना, लाउडस्पीकर सहित विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार करनें से लेकर सभी प्रयास किए जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि हमें आईडीएफ पूरी तरह खत्म करना है। इसके लिये हर स्तर पर व्यापक प्रयास होना चाहिए। इसमें लापरवाही बिल्कुल बरदास्त नहीं की जाएगी।
यह भी निर्देश दिए हैं कि इस महीने पड़ने वाली छुटियों में ओटीएस और राजस्व वसूली से सम्बन्धित सभी कार्य होंगे। इसके लिये सम्बन्धित कार्यालय खुलेंगे और सामान्य कार्य दिवसों के अनुरूप विद्युत बिल जमा करने तथा ओटीएस से सम्बन्धित कार्य होंगें। इसके लिये सभी आवश्यक निर्देश दे दिए जाएं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को और बेहतर बनाना है इसके लिये जरूरी है कि जितनी बिजली दे उतना बिजली बिल वसूलें। उपभोक्ताओं की सुविधा एवं बकाया राजस्व वसूलने के उद्देश्य से ओटीएस आदि योजनाएं लाई जाती है। इसमें लापरवाही बिल्कुल बरदास्त नहीं की जायेगी। आठ अधिशासी अभियन्ताओं को लापरवाही के लिय चेतावनी दी गई है उसमें सैफई तृतीय, ईडीडी राठ, हमीरपुर, कन्नौज, कायमगंज, इटावा, फर्रुखाबाद तथा तृतीय महोबा है। अधीक्षण अभियनता इटावा तथा अधीक्षण अभियन्ता हमीरपुर को भी चेतावनी जारी करनें के निर्देश दिए गए है। अध्यक्ष नें प्रबन्ध निदेशक दक्षिणांचल को निर्देशित किया है कि अधिकारियों की वार्षिक गोपनीय आख्या लिखते समय उनके कार्यों का आधार बनाया जाये।