ब्यूरो,
लखनऊ। 22 साल पहले बस्ती में हुए एक व्यापारी के बेटे के अपहरण मामले में अमरमणि त्रिपाठी आज भी एमपी एमएलए कोर्ट में पेश नहीं हुए।
2 दिसंबर को अगली सुनवाई पर नहीं आए अमरमणि तो कुर्क हो सकती है संपत्ति।
नाराज कोर्ट ने अमरमणि त्रिपाठी की फरारी से संबंधित नोटिस समाचार पत्रों में प्रकाशित नहीं किए जाने पर भी जताई नाराजगी। बस्ती के कोतवाल से पूछा क्यों न उदासीनता और दुराचरण के लिए दंडित किया जाए।