नेटवर्क ब्यूरो,
गोंडा। चक रसूल और कल्याणपुर में अवैध खनन से कई हेक्टेयर भूमि अंदर ही अंदर खोखली हो गई है। जिससे इन गांवों का अस्तित्व संकट में आ गया है। यहां भूस्खलन की संभावना बढ़ गई है।
बालू के अवैध खनन के लिए हाईटेक मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। नवाबगंज के कई गांवों में पाइपलाइन बिछाकर अवैध खनन का खेल होता रहा। जिससे मनकापुर-कटरा रेलवे लाइन के साथ ही चक रसूल और कल्याणपुर गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। दोनों गांवों की कई हेक्टेयर भूमि अंदर ही अंदर खोखली हो गई है। इससे दोनों गांवों में भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है।
चक रसूल व कल्याणपुर गांव में बड़े पैमाने पर हुए बालू खनन के निशान आज भी वहां गवाही दे रहे हैं। यहां साल 2017 में अवैध खनन पर ही 212 करोड़ रुपये जुर्माना लगाया गया था। खनन करके अधिक से अधिक बालू निकालने के लिए पूरे क्षेत्र में पाइपलाइन बिछा दी गई थी। इसका खुलासा 2014 में हुआ था। मौके पर जेसीबी मशीन, स्टीमर बोट, पाइप लाइन समेत कई उपकरण बरामद हुए थे। इसके बाद पता चला कि जमीन में बालू कहां पर है, इसकी जांच करके अंदर ही अंदर पाइप लाइन बिछाकर पानी की तरह बालू को खींच लिया जाता है। इससे संबंधित स्थल का ऊपरी भाग तो जस का तस रहता है लेकिन अंदर ही अंदर वह जगह खोखली हो जाती है। इस तरह बालू के अवैध खनन से चक रसूल और कल्याणपुर गांव खोखला हो गया था। प्रशासन ने बड़े स्तर पर कार्रवाई शुरू की तो गांव के लोगों को राहत मिली।