ब्यूरो,
लखनऊ के स्थानीय सांसद एवं रक्षामंत्री राजनाथसिंह को रविवार को ब्राह्मण सम्मेलन के दौरान ब्राह्मणों के विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान मंच पर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और सरकार में ब्राह्मणों का प्रतिनिधित्व करने वाले डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा व कैबिनेट मिनिस्टर बृजेश पाठक समेत अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता मौजूद थे।
आपको बता दें कि अपनी जीवन भर की कमाई लगाकर पंडित खेड़ा में मकान बनवाने वाले सैकड़ों परिवारों को आज तक बिजली कनेक्शन नहीं मिल सका है। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि एलडीए और पावर कारपोरेशन में नीचे से ऊपर तक व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते पंडित खेड़ा के वाशिंदों को आज तक बिजली कनेक्शन नहीं मिल पाया है।
करीब एक साल से बिजली कनेक्शन को लेकर आंदोलनरत पंडितखेड़ा के सैकड़ों विद्युत वंचित परिवारों ने अपने आंदोलन के क्रम में जनप्रतिनिधियों में स्थानीय पार्षद से लेकर ऊर्जा मंत्री तक और प्रशासन में जेई से लेकर पावर कारपोरेशन के एमडी और एलडीए के वीसी तक मुलाक़ात कर अपनी मांग रखी है लेकिन नतीजा अब तक ठन ठन गोपाल है। इसी क्रम में रविवार को ब्राह्मण सम्मेलन के दौरान स्थानीय सांसद एवं रक्षामंत्री राजनाथसिंह के सामने अपनी पीड़ा रखने की कोशिश की गई।
आंदोलन की अगुवाई कर रहे स्थानीय निवासी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण शुक्ल के मुताबिक आज के युग में बिजली कनेक्शन एक नागरिक का मूलभूत अधिकार है और इसे न देना किसी भी शासन प्रशासन के लिए असफलता है। उन्होंने कहा है कि पंडित खेड़ा के विद्युत वंचित परिवारों को बिजली कनेक्शन न मिलने तक गांधीवादी तरीके से आंदोलन जारी रहेगा और समय रहते शासन प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से हल नहीं किया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में स्थानीय निवासी चुनाव के बहिष्कार का निर्णय भी लेने से नहीं पीछे हटेंगे।