योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के मद्देनजर सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के स्थानांतरण पर प्रतिबंध लगा दिया है। मुख्य सचिव आर.के. तिवारी द्वारा मंगलवार देर रात जारी एक परिपत्र में कहा गया है कि अगले आदेश तक सभी तबादलों पर प्रतिबंध रहेगा। सकुर्लर में कहा गया है कि अपरिहार्य परिस्थितियों में ही मुख्यमंत्री की पूवार्नुमति से तबादले किए जा सकते हैं। सभी अतिरिक्त मुख्य सचिवों / प्रमुख सचिवों / सचिवों को भेजे गए अपने परिपत्र में मुख्य सचिव ने कहा कि मार्च 2018 में की गई स्थानांतरण नीति 2०21-22 तक मान्य थी।
सकुर्लर में कहा गया है कि कोविड -19 महामारी को देखते हुए 2020-21 के दौरान सभी प्रकार के अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादलों पर प्रतिबंध रहेगा। इस सकुर्लर के मुताबिक, मौत, मेडिकल इमरजेंसी, प्रमोशन, इस्तीफे, सस्पेंशन आदि के कारण खाली पड़े पदों को तबादलों के जरिए भरा जा सकता है।
यूपी में कोरोना वायरस के 3664 केस आ चुके हैं। हालांकि, इनमें से 1873 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं और 82 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस का भारत में कहर जारी है। देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण जारी है और चौथे की अनौपचारिक घोषणा भी हो गई है, मगर तभी कोरोना की रफ्तार में कमी नहीं आई है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 3525 नए मामले सामने आए हैं और कोविड-19 से 122 मौतें दर्ज की गई हैं। बुधवार को जारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर करीब 74281 हो गए हैं और कोविड-19 से अब तक 2415 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कुल 74281 केसों में 47480 एक्टिव केस हैं, वहीं 24386 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है या फिर वह ठीक हो चुके हैं। कोरोना वायरस से अब तक सर्वाधिक 921 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई।