कमांड सेंटर से डेंगू पीड़ितों की निगरानी 10 सितंबर से

ब्यूरो नेटवर्क

डीएम ने डेंगू, मलेरिया, टाइफाइट व वायरल फीवर के मरीजों की निगरानी कोविड कमांड कंट्रोल रूम से करने का निर्देश दिया है। यह कार्य शुक्रवार से शुरू हो जाएगा। वह गुरुवार को कैंप कार्यालय में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कर रहे थे।

डीएम कौशल राज शर्मा ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी, डेंगू, वायरल फीवर, टाइफाइड तथा मलेरिया पीड़ितों के इलाज की व्यवस्था व तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि डेंगू, वायरल फीवर, टाइफाइड तथा मलेरिया के मरीजों की मानिटरिंग कोविड-19 की तर्ज़ पर करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है। जिन क्षेत्रों में ज्यादा लोग प्रभावित हो रहे हैं ऐसे ब्लैक स्पाट चिह्नित करते हुए नगर निगम, पंचायती राज तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी संयुक्त रूप से कार्य करेंगे। उन्होंने टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर देते हुए सरकारी व निजी अस्पतालों से आंकड़े जुटाने को कहा। मुख्यमंत्री के गोद लिये हाथी बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नए भवन के निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी जताई तथा 31 अक्तूबर तक इसे चालू करने का निर्देश दिया। वह आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी प्रगति पर फटकार लगाई। कहा कि इस माह में कार्य पूरा नहीं हुआ तो संबंधित गांव की एएनएम तथा ब्लाक पर एमओवाईसी का वेतन नहीं मिलेगा। बैठक में सीडीओ अभिषेक गोयल, सीएमओ डॉ.वीबी सिंह सहित सभी चिकित्सक व अधिकारी रहे।

टीकाकरण पर डीएम ने जताई नाराजगी

कोविड वैक्सीनेशन की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया की 30 सितंबर तक शत प्रतिशत वैक्सीनेशन की कार्ययोजना दें। 11 सितंबर से 20 दिनों के अंदर बचे 11 लाख लोगों का रोज एक लाख के हिसाब से टीकाकरण सुनिश्चित करें।

जल्द बिछाएं ऑक्सीजन पाइप लाइन

उन्होंने सभी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजनयुक्त बेड तैयार रखने का निर्देश दिया। जिला व मंडलीय अस्पताल के एमसीएच विंग तथा मुख्य भवन में ऑक्सीजन पाइपलाइन का कार्य तत्काल पूरा कराने को कहा। ऑक्सीजन प्लांट के संचालन के लिए तीन तकनीशियनों को रखा गया है। जिन्हें तीन-चार अस्पताल आवंटित करने और अस्पताल के ही किसी कर्मचारी को 2 दिनों में प्लांट ऑपरेटर की ट्रेनिंग दिलाने को कहा है।

सेवापुरी में मोतियाबिंद मरीजों के लिए लगाए शिवर

डीएम ने मोतियाबिंद ऑपरेशन की समीक्षा ने पाया कि जनपद में पर्याप्त नेत्र रोग सर्जन के बावजूद सरकारी अस्पतालों में कैटरेक्ट के आपरेशन बहुत कम किए गए। उन्होंने निर्देशित किया की सेवापुरी में कैंप लगाकर मोतियाबिंद के मरीज चिह्नित किए जाएं। अक्तूबर में सभी का सरकारी खर्चे पर कानपुर में ऑपरेशन कराया जाएगा। शहरी क्षेत्र में प्रसवों की संख्या कम पाये जाने पर रोष जताया और महिला रोग विशेषज्ञों को ग्रामीण क्षेत्रों में भेजने का निर्देश दिया।

बुजुर्ग सहित सहित डेंगू सात नए रोगी मिले

वाराणसी। जिले में गुरुवार को आनंद विहार कॉलोनी निवासी 95 वर्षीय रमा सिंह, छोटी पियरी निवासी 13 वर्षीय किशोरी सहित डेंगू के सात रोगी मिले हैं। इनमें राजानगर कॉलोनी, ककरमत्ता, पांडेयपुर में एक-एक और कैंट में दो रोगी शामिल हैं। इसके साथ ही चार घरों में डेंगू का लार्वा मिला है। जिले में अब तक डेंगू के 111 पुष्ट रोगी मिले हैं। वहीं एनएस-1 किट से अब तक 1441 मरीज चिह्नित हुए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी शरतचंद्र पांडेय ने बताया कि 265 घरों में लार्वा सर्चिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान चार घरों में लार्वा मिला है। वहीं जिले में अभी डेंगू के 89 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *