ब्यूरो नेटवर्क
बस्ती में बिना ‘जीओ टैग‘ के जिला पंचायत में भी नहीं होगा कोई काम, जानें इसकी वजह
यूपी के बस्ती जिले में जिला पंचायत के सभी निर्माण कामों का भी अब जीओ टैग करवाया जाएगा, जिससे संबंधित निर्माण कार्यों के भुगतान आदि की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। इससे जिला पंचायत के ठेकेदारों में हड़कंप की स्थिति है।
शासन ने पारदर्शी व्यवस्था के तहत कई महत्वपूर्ण कार्यदायी विभागों में जीओ टैग की अनिवार्यता पहले ही लागू कर दिया है। धीरे-धीरे इसे अन्य विभागों में भी अनिवार्य किया जा रहा है। जीओ टैग होने से अक्षांश व देशांतर रेखाओं के माध्यम से कार्यस्थल की भौगोलिक वास्तविकता की सटीक जानकारी मिल जाती है। इसी क्रम में शासन ने जिला पंचायत के भी सभी निर्माण कार्यों में जीओ टैग कराने का निर्देश दिया है। कारण यह है कि जिला पंचायत जिले के अंदर बड़ी संख्या में सड़कों, पुलियों व भवनों का निर्माण करवाती है और उसके निर्माण कार्यों को क्षेत्र पंचायतें, ग्राम पंचायतें व अन्य निर्माण संबंधी विभाग के ठेकेदार अपना काम दिखाकर बिलों का फर्जी भुगतान भी करवा लेते थे।
इसकी जानकारी जब राज्य मुख्यालय स्तर पर पहुंची तो जिला पंचायत के सभी निर्माण कार्यों को ई-ग्राम स्वराजगोर पोर्टल से लिंक करने का निर्देश दिया गया है। जिला पंचायत के निर्माण अभियंता इं. देवेंद्र कुमार सिंह के अनुसार जब तक किसी भी निर्माण कार्य का जीओ टैग नहीं कराया जाएगा, तब तक उस निर्माण कार्य से संबंधित भुगतान व आगे की अन्य प्रक्रिया को ई-पोर्टल नहीं स्वीकार करेगा। विकास कुमार मिश्र, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत बस्ती ने बताया कि जिला पंचायत के सभी निर्माण कार्यों का जीओ टैग करवाने के लिए निर्देश दिया जा चुका है। बिना जीओ टैग के कोई भी नया व पुराना निर्माण कार्य शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।