कोरोना वायरस संकट के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक हफ्ते से ज्यादा समय तक मीडिया से दूर रहने पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हमला बोला है। ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी ने तंज कसते हुए एक सोशल मीडिया कैंपेन शुरू किया है। इस अभियान को ‘भोये पेचे ममता’ नाम दिया है, जिसका बंगाली में अर्थ है कि ममता डरती हैं अथवा डर गई हैं।
भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि ममता बनर्जी मीडिया से बच रही हैं, क्योंकि कोरोना वायरस पर उनकी सरकार की विफलताओं को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने उजागर किया है। यह सोशल मीडिया पर बीजेपी की यह मुहिम उस दिन से शुरू हुई, जब नरेंद्र मोदी के 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करने को लेकर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने चुटकी ली थी। मार्च के बाद से ममता बनर्जी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में राज्य में सबसे आगे रही हैं और उन्होंने लगभग हर दिन मीडिया के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए साथ बातचीत की है। मगर 30 अप्रैल के बाद से वह मीडिया से मुखातिब नहीं हुई हैं। अब ममता बनर्जी की बजाय राज्य के मुख्य सचिव और गृह सचिव प्रशासनिक मुद्दों पर पत्रकारों को जानकारी दे रहे हैं, जबकि टीएमसी के प्रवक्ता राजनीतिक संदेशों को सक्रिय रूप से प्रचारित कर रहे हैं।
यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को ममता बनर्जी पर हमला करने का मौका मिल गया। भाजपा के महासचिव और प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया, ‘पीपीई के लिए डॉक्टर रो रहे हैं। शव के साथ पड़े मरीज पड़े हैं। प्रवासी श्रमिकों को राज्य छोड़ने की अनुमति नहीं है। बंगालियों को घर वापस नहीं आने दिया गया। अस्पताल नहीं ले रहे मरीज हैं। पुलिस पर हमला हो रहा है। ममता सरकार पूर्ण डिजास्टर बन गई है।’ इन्होंने भी अपने ट्वीट में #BhoyPeyecheMamata का इस्तेमाल किया है।
वहीं, भाजपा के मुकुल रॉय ने ट्वीट किया, ममता बनर्जी आप कहां हो? कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। जांच नहीं हो रहे हैं। अन्य राज्यों से बंगाली प्रवासी मजदूर को वापस लाने की अनुमति नहीं दे रहे हैं?’
बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ‘बंगाल के लोग अपने स्वास्थ्य मंत्री की तलाश में हैं, जो मुख्यमंत्री भी हैं, क्योंकि कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। डॉक्टर विरोध कर रहे हैं। जांच कम हो रहे हैं और आंकड़े पूरी तरह अविश्वसनीय हैं। कृपया मदद कीजिए।’ उन्होंने एक और ट्वीट किया, ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कुछ दिनों से प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित नहीं किया है… शायद कोविड को हैंडल करने में उनकी सरकारी अक्षमता की जांच उनके आराम में खलल पैदा कर रही है। लेकिन पश्चिम बंगाल में मानवीय संकट उन्हें मुक्त नहीं होने देगा। हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं।’
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के अब तक 1786 संक्रमित मामले सामने आए हैं, जिनमें से 171 की मौत हो चुकी है। इनमें से 372 लोग ठीक भी हो चुके हैं।