यूपी कैडर के IAS रहे आरसीपी सिंह ने कैसे तय किया कैबिनेट की कुर्सी तक का सफर, जानें सब कुछ
यूपी कैडर के आईएएस रहे आरसीपी सिंह के लिए मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने तक का सफर आसान नहीं रहा। 11 साल पहले प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने के बाद उन्होंने काफी सधे कदमों से चलते हुए यहां अपनी जगह सुरक्षित की है। कभी केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव रहे आरसीपी सिंह का पूरा नाम है रामचंद्र प्रसाद सिंह। वह राज्यसभा के सदस्य हैं। उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बेहद करीबी माना जाता है।
जनता दल यू में नीतीश के बाद उन्हें नंबर दो का नेता माना जाता है। पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ा तो उत्तराधिकारी के तौर पर आरसीपी सिंह ही उनकी पसंद थे। बताया जाता है कि जेडीयू की नीतियों को बनाने में भी उनकी अह्म भूमिका रहती है। सीएम नीतीश के कई बड़े फैसलों में आरसीपी सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आरसीपी सिंह के साथ एक खास बात यह है भी वह सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के ही रहने वाले हैं।
23 साल से हैं नीतीश कुमार के साथ
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह पिछले 23 साल (1998) से सीएम नीतीश कुमार के साथ हैं। वह लम्बे समय तक सीएम नीतीश कुमार के प्रधान सचिव के रूप में काम करते रहे हैं। आरसीपी सिंह 1996 में केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के निजी सचिव हुआ करते थे। अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में जब नीतीश कुमार रेल मंत्री बने तो 1998 में उन्होंने आरसीपी सिंह को अपना विशेष सचिव बनाया। तबसे वह लगातार नीतीश कुमार के साथ रहे। दोनों के बीच विश्वास का सम्बन्ध बनता गया। यह इतना बढ़ा कि जब नीतीश कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ा तो कमान आरसीपी सिंह को ही सौंप दी।
2010 में लिया था वीआरएस
भारतीय प्रशासनिक सेवा के यूपी कैडर के अधिकारी रहे आरसीपी सिंह ने 2010 में स्वैच्छिक सेवानिवृति ले ली थी। सरकारी सेवा छोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने उन्हें राज्यसभा में भेज दिया। इस वक्त भी जेडीयू से राज्यसभा के सदस्य हैं।
जेएनयू से पढ़े हैं आरसीपी सिंह
आरसीपी सिंह ने उच्च शिक्षा की पढ़ाई जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से की है। वह मूल रूप से बिहार के नालंदा जिले के मुस्तफापुर के रहने वाले हैं। उनका जन्म छह जुलाई 1958 को हुआ था। नालंदा जिले के हुसैनपुर से हाईस्कूल की पढ़ाई की। पटना साइंस कॉलेज से उन्होंने बीए, इतिहास (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की। 1982 में उनकी शादी गिरिजा देवी से हुई है और उन्होंने 1984 में यूपीएससी की परीक्षा में कामयाबी पाई। आरसीपी सिंह की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी लिपि सिंह भी 2016 बैच की आइपीएस अधिकारी हैं। वह बिहार में ही तैनात हैं।