खुद को मुसलमानों का हमदर्द बताने वाले पाकिस्तान को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि चीन में उइगर मुसलमानों के साथ कितनी क्रूरता की जा रही है। कश्मीर को लेकर बेवजह हल्ला करने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने उइगर मसलमानों को लेकर ड्रैगन को क्लीनचिट देते हुए कहा है कि चीन जो कहता है सच वही है। इमरान खान ने गुरुवार को कहा कि शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के साथ व्यवहार को लेकर की दलीलें पाकिस्तान को मंजूर है।
चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के शासन को 100 साल पूरे होने पर गुरुवार को चीनी पत्रकारों से बातचीत करते हुए इमरान खान ने कहा उइगर मुसलमानों को लेकर चीन की प्रतिक्रिया वेस्टर्न मीडिया की ओर से दी जाने वाली रिपोर्ट से बहुत अलग है। डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान ने कहा, ”चीन के साथ हमारे बेहद मजबूत और करीबी रिश्ते की वजह से हम चीन की बात को स्वीकार करते हैं।”
इमरान खान ने उइगर मुसलमानों को लेकर आंख मूंदते हुए फिर कश्मीर को लेकर मुंह खोला और कहा कि उइगर और हॉन्ग-कॉन्ग के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाता है और कश्मीर में मानवाधिकार के उल्लंघन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इमरान ने कहा, ”यह पाखंड है। दुनिया के दूसरे हिस्सों जैसे कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन हो रहे हैं। लेकिन पश्चमी मीडिया मुश्किल से ही इस पर कुछ बोलती है।”
इमरान खान ने मीडिया से बातचीत करते हुए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की जमकर तारीफ की और इसे पश्चिमी देशों के लोकतंत्र का विकल्प बताया। उन्होंने कहा, ”अब तक हमें बताया जाता रहा है कि समाज के ऊपर उठने के लिए सबसे अच्छा रास्ता पश्चिमी लोकतंत्र है, लेकिन सीपीसी ने एक वैकल्पिक मॉडल दिया है और उन्होंने सभी पश्चिमी लोकतंत्रों को हरा दिया है।”