मोहम्मद उमर गौतम पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर लोगों को गुमराह कर धर्म परिवर्तन कहा रहा था. इसका खुलासा एटीएस की जांच में हुआ है. उमर लोगों को खुद को प्रधानमंत्री का भतीजी बताकर लोगों को झांसे में ले लेता था.
धर्म परिवर्तन कराने वाला शातिर मोहम्मद उमर गौतम. फोटो साभार-सोशल मीडिया
कानपुर: खुद को पूर्व प्रधानमंत्री का भतीजा कहने वाले मोहम्मद उमर गौतम लोगों को गुमराह कर इस्लाम धर्म कबूल करा रहा था. यह खुलासा एटीएस ने जांच में किया है. हालांकि वह पूर्व प्रधानमंत्री का रिश्तेदार है या नहीं यह जांच चल रही है. एटीएस ने खुलासा किया है कि मोहम्मद उमर आईडीएफ (इस्लामिक दावा सेंटर) का इंस्टाग्राम एकाउंट बना रखा था. इसमें उमर ने स्टेटस डाल रखा था कि वह पूर्व प्रधानमंत्री का भतीजा है. यह वह प्रधानमंत्री हैं जो 1989 से 1991 तक पद पर रहे हैं. इससे पहले एटीएस की जांच में यह खुलासा हुआ था कि आईडीएफ दिल्ली का चेयरमैन उमर गौतम था. वह पिछले कई दिनों से मूक-बधिर समेत अन्य लोगों को निशाना बनाकर धर्म परिवर्तन करा रहा था.
मोहम्मद उमर खुद को पूर्व प्रधानमंत्री का भतीजा बताकर लोगों को आसानी से झांसे में ले लेता था. बड़े पद के कारण उनकी पैठ संभ्रांत लोगों के बीच बन रही थी. इसके बाद धीरे-धीरे वह लोगों को इस्लाम धर्म के बारे में बताने लगता था. पूर्व प्रधानमंत्री के भतीजे होने के झांसे में आए लोग मोहम्मद उमर की बात ध्यान से सुनते और उसे सच मान बैठते. लोगों को यह लगता कि पूर्व प्रधानमंत्री का भतीजा जब ऐसा कार्य कर सकता है तो इसमें कुछ सच्चाई होगी. लेकिन लोगों को यह नहीं पता चल पाता कि वह किसी के झांसे का शिकार हो रहा है. लोग उनकी बात ध्यान से सुनते तथा मानने को भी तैयार हो जाते.
एटीएस के अनुसार मोहम्मद उमर के झांसे के शिकार कई लोग हो चुके थे. इनमें से अधिकतर लोग पढ़े-लिखे भी हैं जिसे धर्म परिवर्तन को बड़ा बुद्धिजीवी वर्ग तथा हाई क्लास दर्शाया गया है. एटीएस ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री के भतीजे के झांसे में 100 से अधिक लोग आ चुके हैं. एटीएस ऐसे लोगों की सूची बना रहा है जो मोहम्मद उमर के झांसे के शिकार हो चुके हैं.