भारत में कोरोना संक्रमण का एक नया वैरिएंट सामने आया है. फिलहाल इस वैरिएंट को लेकर ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन वैज्ञानिकों की माने तो यह दूसरी लहर लाने वाले डेल्टा वैरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है.
भारत में कोरोना की दूसरी लहर लाने के लिए डेल्टा वैरिएंट जिम्मेदार
लखनऊ. भारत में कोरोना की दूसरी लहर के कारण मची तबाही का कारण डेल्टा वैरिएंट को माना जा रहा है. इस डबल म्यूटेंट वायरस ने लाखों लोगों को अपनी चपेट में लिया है. अब डेल्टा वैरिएंट के बाद नए वैरिएंट के आने की खबरें फैलने लगी है. नए वैरिएंट से संक्रमित व्यक्ति को शुरू में कोई लक्षण महसूस नहीं होते हैं लेकिन तेजी से वजन गिरना इसका एक बड़ा लक्षण माना जा रहा है. वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्राजील से आए इस वैरियंट के कारण एंटीबॉडी भी तेजी से कम होती है. जो संक्रमित हो चुके व्यक्ति को भी अपने चपेट में ले सकता है. इस नए वैरिएंट पर फिलहाल वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं.
भारत में तेजी से फैले डेल्टा वैरिएंट के कारण मची तबाही से हर किसी के दिल और दिमाग में खौफ बैठ चुका है. डब्लूएचओ की माने तो भारत में मिला डेल्टा वैरिएंट इस वक्त दुनिया के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. फिलहाल देश में कोरोना के क मामले देखने को मिल रहे हैं लेकिन मौतें अभी भी बड़ी संख्या में हो रही हैं. नई स्टडी के अनुसार माना गया है कि डेल्टा वैरिएंट पहले कई गुना अल्फा वैरिएंट से खतरनाक है. डेल्टा वैरिएंट 50 फीसदी तेजी से फैलता है.
डब्लूएचओ का कहना है कि डेल्टा वैरिएंट बाकी स्वरूपों अल्फा, बीटा, गामा से कई गुना तेजी से फैलता है. WHO का कहना है कि लोगों की जान को सबसे ज्यादा खतरा कोरोना के इस वैरिएंट से है और बाकी दोनों स्वरूपों में संक्रमण फैलाने की दर बहुत कम है. देश के बड़े शहरों में कोरोना के इस डेल्टा वैरिएंट के मामले दर्ज किए गए हैं. अबतक 12,200 से ज्यादा मामले इस वैरिएंट के मिले हैं.