उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए मास्टर प्लान बनाया है. जिसके तहत अब इन मामलों की समीक्षा की जिम्मेदारी जिलाधिकारी, एसपी, कमिश्नर, डीआईजी, आईजी को दी गई है.
योगी सरकार का निर्देश, शराब माफियाओं पर हो सख्त कार्रवाई
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में अवैध और जहरीली शराब के कारण अभी तक कई लोगों की जान जा चुकी है. जिसे देखते हुए ही यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी शराब माफियाओं पर नकेल कसने के लिए निर्देश दिए है. साथ ही उनपर कार्रवाई करने के लिए भी आदेश दिए है. जिससे यूपी में अवैध और जहरीली शराब की तस्करी को रोका जा सके. वहीं इस निर्देश के बारे में यूपी के अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भुसरेड्डी ने बताया कि शराब माफियाओं को सजा दिलाने का जिम्मा अब डीएम, एसपी, कमिश्नर के साथ ही डीआईजी और आईजी को सौप दिया गया हैं.
संजय आर भुसरेड्डी ने आगे बताया कि सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि पिछले 15 साल में पकड़ी गई किसी भी प्रकार की स्पिरिट और जहरीली शराब से जुड़े मामलों की फिर से जांच की जाए. साथ ही इन मामलों में पुलिस की मिलीभगत से छूट चुके शराब माफियाओं के नाम दोबारा शामिल करके दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
इसके साथ ही संजय ने बताया कि शराब माफियाओं के ऊपर कार्रवाई करने का जिम्मा अब जिलाधिकारी, एसपी, वरिष्ठ अधिकारी के साथ ही डीजीसी को सौप दी गई है. साथ ही इन मामलों की समीक्षा जिला के मंडलायुक्त और डीआईजी एयर आईजी को भी सौपा गया हैं. साथ ही डीएम और मंडलायुक्त को हर महीने की 15 तारीख तक अवैध शराब से जुड़े मामलों की जांच कर दोषियों को सजा दिलानी होगी और उसकी रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव आबकारी को भेजनी होगी.
सीएम योगी के निर्देश के अनुसार शराब तस्करी और जहरीली शराब से सम्बंधित किसी को पाया जाता है तो उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी. वहीं अगर दुकान में अवैध शराब मिलने पर न केवल उनका लाइसेंस निरस्त किया जाएगा. साथ ही उसे पूरे यूपी में ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा. इतना ही नहीं आरोपी पाए जाने पर एनएसए और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए उनकी सम्पत्ति भी जब्त कर ली जाएगी.