जेल में बहुत देर तक रहे डीएम एसपी
जौनपुर। जिला जेल में शुक्रवार को सजायाफ्ता कैदी की मौत के बाद हुए तोड़फोड़ और आगजनी के मामले की जांच के लिए सात सदस्यीय टीम गठित की गई है। जांच कमेटी में शामिल एडीएम भू राजस्व राजकुमार द्विवेदी, एडीएम वित्त रामप्रकाश और पांच मजिस्ट्रेट सुबह ही जेल में पहुंच गए। जेल प्रशासन से पूरे प्रकरण की विस्तार से जानकारी ली। टीम ने नुकसान का जायजा लिया।
शनिवार सुबह डीएम मनीष कुमार वर्मा और एसपी राजकरन नय्यर भी घंटों जेल में रहे। उपद्रवियों की ओर से जेल में तोड़ी गई दीवार की मरम्मत कराने के लिए सीमेंट और बालू जेल में भेजा गया है। दीवार की मरम्मत का काम शुरू करा दिया गया है। जेल के आसपास भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बीते दिन जिला जेल में हुए बवाल के वक्त अंदर की गतिविधि की जानकारी के लिए पुलिस ने ड्रोन कैमरे की मदद ली। कैमरे से जब अंदर की स्थिति दिखी तो अफसर भी सन्न रह गए। बैरकों से बाहर आए बंदियों ने पूरे जेल पर कब्जा जमाने के बाद प्रवेश के रास्ते बंद कर दिए थे। उन्होंने गैस सिलिंडर को भी अपने कब्जे में ले लिया था। उसमें आग लगाने की आशंका से सुरक्षाकर्मी सकते में आ गए थे। देर रात जब मामला शांत हुआ तो बंदियों से इसे वापस ले लिया गया है।