गौतमबुद्ध नगर जिले में 634 फैक्ट्रियों को संचालन की अनुमति मिल गई है। नोएडा प्राधिकरण ने बुधवार को 295 फैक्ट्री को संचालन के लिए अनुमति पत्र जारी किए। अभी तक प्राधिकरण की ओर से 475 इंडस्ट्री को संचालन के लिए अनुमति दी जा चुकी है। वहीं, ग्रेटर नोएडा में 159 फैक्ट्रियों को अनुमति मिली है। उम्मीद है कि ये सभी फैक्ट्रियां एक सप्ताह में शुरू हो जाएंगी।
प्रदेश सरकार ने इंडस्ट्री संचालकों को राहत देते हुए कहा था कि वह स्वघोषित अनुमति पत्र के माध्यम से भी इंडस्ट्री के संचालन के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिस पर उन्हें अनुमति मिलेगी। निरीक्षण के बाद ही फैक्ट्रियों को शुरू करने अनुमति मिलेगी। इसके बाद बुधवार को बड़ी संख्या में इंडस्ट्री संचालकों ने स्वघोषित पत्र के माध्यम से आवेदन किए। नोएडा प्राधिकरण के अनुसार बुधवार को 295 इंडस्ट्री को अनुमति पत्र जारी किए गए। दो दिनों में प्राधिकरण की ओर से 475 इंडस्ट्री को अनुमति पत्र जारी किए जा चुके हैं।
250 आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। ये इंडस्ट्री आवश्यक सेवाओं से जुड़ी नहीं थीं या फिर कंटेनमेंट जोन की सीमा में आ रही थीं। स्वघोषित पत्र के माध्यम से अनुमति के लिए सारे आवेदन जिला प्रशासन और जिला उद्योग केंद्र में किए गए हैं। एनईए के अध्यक्ष विपिन मलहन ने कहा कि अगले एक सप्ताह में दो हजार इंडस्ट्री फिर से चलने लगेंगी। इसके लिए आवेदन किया जा रहा है।
यह सभी इंडस्ट्री आवश्यक सेवाओं से जुड़ी हैं और उनमें रोजमर्रा से जुड़ी चीजों का उत्पादन होता है। स्वघोषित पत्र के माध्यम से अनुमति दिए जाने का सरकार का कदम सराहनीय है, जिससे इंडस्ट्री संचालकों को खासा राहत मिली है। लेकिन इस अनुमति पत्र के बाद भी अधिकारी पहले यह देखेंगे कि संबंधित इंडस्ट्री रेड जोन में तो नहीं है और आवश्यक सेवाओं से जुड़ी है या नहीं। उनकी अनुमति के बाद ही इंडस्ट्री संचालित की जाएंगी। आईआईए के अध्यक्ष कुलमणि गुप्ता ने बताया कि बुधवार तक चार हजार से अधिक इंडस्ट्री संचालकों ने फैक्ट्री के संचालन के लिए आवेदन कर दिए हैं। कितनों को अनुमति मिलेगी, यह स्पष्ट नहीं है। स्वघोषित अनुमति पत्र को लेकर भी साफ नहीं हो सका है कि कब तक उस पर अनुमति मिल जाएगी।
रियायत से मिली राहत
उन्होंने कहा कि जिन आवेदनों को निरस्त किया जा रहा है, उन पर यह नहीं बताया जा रहा कि उनके निरस्त करने की वजह क्या है, जिससे इंडस्ट्री संचालक असमंजस में हैं। फिर भी कुछ फैक्टरी को चलाने की अनुमति मिलने से राहत मिली है।
जागरूकता अभियान की मांग
उद्यमियों ने कहा कि इंडस्ट्रियल इलाकों में प्राधिकरण द्वारा संक्रमण मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जाए और बताया जाए कि उन्हें सैनेटाइजेशन कैसे और कहां-कहां कराना है। इंडस्ट्री के संचालित होने के बाद वहां पर एक जागरूकता अभियान चलाकर सभी को कोरोना के प्रति जागरूक भी किया जाए।
काम शुरू करने की तैयारी तेज
नोएडा। एनईए के अध्यक्ष ने कहा कि आवश्यक सेवाओं से जुड़ी सभी इंडस्ट्री ने संचालन के लिए तैयारी शुरू कर दी है और सभी के यहां पर क्वारंटाइन सेंटर बनाए जा रहे हैं। कंपनी अपने कर्मियों को लाने-ले जाने की व्यवस्था भी कर रही हैं।
70 निर्माण कार्यों को अनुमति : नोएडा प्राधिकरण द्वारा बुधवार को प्राधिकरण के 40 निर्माण कार्यों के लिए अनुमति दी गई। इसके अलावा 30 इंडस्ट्रियल, व्यवसायिक और निजी निर्माण कार्यों के लिए भी हरी झंडी प्राधिकरण ने दे दी और निर्माण कार्य की अनुमति के लिए किए गए दस आवेदनों को निरस्त कर दिया। यह निर्माण कार्य कन्टेनमेंट जोन की सीमा में आ रहे थे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के पास औद्योगिक इकाइयों को शुरू करने के लिए अब तक 533 आवेदन आ चुके हैं। इनमें से 159 को अनुमति दी गई है। जबकि 374 आवेदन निरस्त कर दिए गए। अनुमति के बाद अब इकाइयों को चलाने के लिए तैयारी शुरू हो गई हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र की औद्योगिक इकाइयों को खोलने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। 374 आवेदन शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुरूप नहीं पाए जाने पर निरस्त कर दिए गए। प्राधिकरण ने निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए 30 बिल्डर को अनुमति दी है। 17 बिल्डर्स को इस शर्त के साथ अनुमति प्रदान की गयी है कि वे अपने श्रमिकों की पूरी जानकारी 3 दिन के अन्दर उपलब्ध कराएंगे।