कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में हलचल मची हुई है। इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए चल रहे प्रयासों के तहत लॉकडाउन किया गया है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग रहे। लोग एक-दूसरे से संपर्क में आने से बचेंगे तो इस वायरस को फैलने से रोका जा सकेगा। वहीं प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी कमजोर हो तो इस संक्रमण की चपेट में आने की आशंका बढ़ जाती है।
सबसे ज्यादा लोगों का ध्यान अगर किसी चीज पर जा रहा है तो वह है किस तरह से इम्यूनिटी को बढ़ाया जाए।डॉ. आकांक्षा मिश्रा का कहना है कि इम्यून सिस्टम किसी भी प्रकार के रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया, वायरस आदि से शरीर को लड़ने की क्षमता देती है। यह शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है। शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाने में खानपान अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए अगर कलौंजी के बीज का सेवन किया जाए तो यह काफी फायदेमंद हो सकता है।
कलौंजी हर बीमारी का इलाज हो सकती है, क्योंकि यह प्रतिरक्षा को बढ़ाती है। कई पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों ने लंबे समय तक इस मसाले का इस्तेमाल गठिया, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और यहां तक कि कुछ कैंसर जैसी स्थितियों के उपचार में किया है।
दुनिया को संकट में डालने वाली महामारी से लड़ने के लिए एक मजबूत इम्यून सिस्टम की जरूरत है। मजबूत इम्यून सिस्टम शरीर को प्रभावी रूप से कोविड 19 वायरस से लड़ने में मदद करेगा। इसलिए यदि आप नियमित रूप से डिशेज में कलौंजी का उपयोग करते हैं, तो शरीर को घातक संक्रमण से लड़ने में मदद करेंगे।
डॉ. लक्ष्मीदत्त शुक्ला का कहना है कि कलौंजी एक प्रकार का बीज है, जिसका पेड़ 12 इंच लंबा होता है। इसके फल के बीज कई व्यंजनों में एक स्वादिष्ट मसाले के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं। कलौंजी आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम, सोडियम और फाइबर जैसे बहुत सारे मिनरल्स और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर है। लगभग 15 एमीनो एसिड वाला कलौंजी शरीर के लिए जरूरी प्रोटीन की कमी पूरी करता है। यह नहीं इसका तेल रक्तचाप को कम करता है और श्वसन को बढ़ाता है। इतना ही नहीं यह कोलेस्ट्रॉल के खिलाफ भी काफी उपयोगी है। यह एक अच्छा एंटीऑक्सिडेंट भी है।
मसाले के रूप में ही नहीं, कलौंजी का तेल, शहद और गर्म पानी का रोजाना सेवन इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद कर सकता है। यही नहीं आंखों की रोशनी, मोटापा कम करने के लिए, सिर दर्द, बालों और त्वचा के लिए कलौंजी का इस्तेमाल फायदेमंद है। लेकिन यह कहना कि कलौंजी के बीज शहद के साथ खाने पर कोरोना वायरस नहीं होगा, यह गलत है। सोशल मीडिया पर इस बात ने जोर पकड़ा था और दावा किया जा रहा था कि कलौंजी में सौ प्रतिशत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन होता है। लेकिन यह सच नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोई ऐसी सलाह नहीं थी कि शहद के साथ सेवन करने से बचाव होता है। अल्जीरिया में हुई एक स्टडी में कोरोना रोकने में कलौंजी को संभावित बताया गया था, लेकिन यह सिर्फ एक लैब अध्ययन था और इसका कोई क्लीनिकल ट्रायल नहीं हुआ है।