कोरोना संकट से भारत में भी मुश्किल हालात हैं। केंद्र की मोदी सरकार देश को कोरोना मुक्त बनाने के लिए हर संभव कोशिशें कर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के खिलाफ जंग काफी पहले ही छेड़ दी, जिसका परिणाम है कि अन्य देशों के मुकाबले भारत की स्थिति थोड़ी बेहतर है। इस बीच कोविड-19 संकट से निपटने में 87 प्रतिशत शहरी भारतीयों का मानना है कि मोदी सरकार सक्षम है। इप्सॉस के एक सर्वेक्षण के मुताबिक, कोविड-19 संकट से निपटने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार के तरीके को 87 प्रतिशत शहरी भारतीयों ने उच्च रेटिंग दी है।
बहुराष्ट्रीय बाजार शोध फर्म इप्सॉस ने इस सर्वेक्षण के लिए 23-26 अप्रैल के बीच 13 देशों के लगभग 26,000 लोगों से बातचीत की। इसमें कहा गया कि इन 13 देशों में नौ देशों में अधिकाश लोगों ने पाया कि उनकी सरकार कोविड-19 पर काबू पाने के लिए अच्छा काम कर रही है।
इप्सॉस इंडिया के सीईओ अमित अडारकर ने भारत सरकार के बारे में कहा, ‘सरकार ने काफी पहले संपूर्ण लॉकडाउन लागू किया और कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए कई साहसिक उपाए किए। अब सरकार ग्रीन जोन को सतर्कता के साथ आंशिक रूप से फिर से खोलने पर विचार कर रही है। सर्वेक्षण में शामिल अधिकांश लोगों ने कोविड-19 महामारी से निपटने के सरकार के तरीके की प्रशंसा की।’
सर्वेक्षण के मुताबिक करीब 75 प्रतिशत शहरी भारतीयों ने महामारी को रोकने के लिए डब्ल्यूएचओ की भूमिका को सकारात्मक माना, हालांकि ऐसा मानने वाले की संख्या पिछले सप्ताह के मुकाबले कम हुई है। बता दें कि देश में कोरोना वायरस के अब तक 46 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं और करीब 1,583 लोगों की मौत हो चुकी है।