विश्व में कोरोना वायरस महामारी के चलते संक्रमित हुए लोगों की संख्या 35 लाख के पार पहुंच गई है, जबकि कोविड-19 संक्रमण के कारण अब तक दो लाख से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है। अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने इस बात की जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) द्वारा रविवार को जारी नवीनतम आंकड़ों के हवाले से कहा, “अमेरिकी स्थानीय समयानुसार (2300 जीएमटी) शाम 7 बजे तक महामारी से वैश्विक तौर पर कुल 35 लाख 2 हजार 126 लोग संक्रमित हुए थे। वहीं, मरने वालों का आंकड़ा 2 लाख 47 हजार 107 रहा।”कोविड-19 संक्रमण के 11 लाख 56 हजार 924 मामलों और 67 हजार 498 मौतों के साथ अमेरिका महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। इसके बाद स्पेन और इटली का स्थान है। यहां क्रमश: 2 लाख 17 हजार 466 और 2 लाख 10 हजार 717 मामले देखने को मिले हैं। वहीं, 1 लाख 50 हजार से अधिक मामलों वाले अन्य देशों में ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी शामिल हैं।अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने दावा किया कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन के वुहान स्थित लैब से होने के उनके पास पुख्ता सबूत है। चीन के खिलाफ मुखर रहे पोम्पियो ने हालांकि यह नहीं बताया कि क्या चीन ने इस वायरस को जान बुझकर फैलाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर कोरोना वायरस को लेकर सबसे ज्यादा आक्रामक रहे हैं। वह लगातार बीजिंग पर हमला करते हुए उसपर सूचना छुपाने का दोष मढ़ते रहे हैं। उनका कहना है कि इस गैरजिम्मेदारी के लिए चीन को जवाबदेही लेनी चाहिए।ट्रंप ने अपने जासूसों से कहा है कि इस वायरस की उत्पत्ति का पता लगाएं। पहले यह माना जाता था कि यह वायरस वुहान के उस बाजार से निकला है जहां पर चमगादड़ जैसे जानवर बेचे जाते हैं। लेकिन अब बड़े पैमाने पर यह आशंका जताई जा रही है कि यह वायरस चीन के लैब से ही आया है। पोम्पिओ ने अमेरिकी खुफिया विभाग के उस बयान पर भी सहमति जताई, जिसमें मोटे तौर पर कहा जा रहा है कि कोविड-19 वायरस मनुष्य द्वारा निर्मित नहीं है या इसे अनुवांशिक रूप से विकसित नहीं किया गया है