उत्तर प्रदेश के वाराणसी के महमूरगंज स्थित गैलेक्सी अस्पताल में बुधवार सुबह आग लग गई। आग लगने से अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल हो गया था। आईसीयू में 10 मरीज फंस गए थे। फायर ब्रिगेड के जवानों ने सीसा तोड़कर सभी मरीजों को सुरक्षित बचा लिया। आग पर काबू पा लिया गया है। कोई भी हताहत नहीं है। अस्पताल प्रबंधन आग से नुकसान का आंकलन कर राह है।
अस्पताल के तीसरे मंजिल स्थित ऑपेरशन थिएटर के ऐसी में सुबह 6.12 बजे आग लग गई थी। इसके बाद पूरे ओटी में धुआं भर गया। अभी लोग कुछ समझ पाते कि इसकी लपटे बढ़ने लगी। ओटी के बगल में आईसीयू में भी धुआं भरने लगा। आईसीयू में इस दौरान 10 मरीज जो क्रिटिकल कंडीशन में थे। इसमें 6 वेंटिलेटर पर थे। इस दौरान अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल हो गया।
मरीज के परिजन चीखने चिल्लाने लगे। आईसीयू में धुआं बढ़ता जा रहा था। ऊपर के फ्लोर पर धुआं बढ़ता देख मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पाने की कवायद शुरू की। इसके बाद आग तो बुझने लगी लेकिन धुआं बढ़ने लगा। जिसको खत्म करने के लिए अस्पताल के बाहर लगे शीशे को तोड़कर राहत देने की कोशिश शुरू हुई। जब धुआं कम होने लगा तो आईसीयू में मौजूद उन 10 मरीजों को दूसरे कमरे में शिफ्ट करने की कवायद शुरू हुई, जो आग की वजह से यहां फस गए थे।
मौके पर दमकल की 4 गाड़िया मौजूद थी। काफी मशक्कत के बाद आईसीयू में फंसे सभी दसों मरीज को सुरक्षित तीसरे मंजिल के ही सीसीयू में शिफ्ट किया गया। इस दौरान सिपाही अर्जुन सोनकर का हाथ मामूली झुलस गया। डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया है। आग में कोई जनहानि नहीं है। गैलेक्सी अस्पताल में आग लगने के पीछे शार्ट सर्किट की आशंका व्यक्त की जा रही है। चीफ फायर ऑफिसर अनिमेष सिंह ने बताया कि एक घंटे की कोशिशों के बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस काम दमकल की चार गाड़ियां लगीं। आईसीयू से दस मरीजों को दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया गया है। आग लगने के वक्त अस्पताल में मौजूद रहे सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं।