बिल्डिंग मैटीरियल की लॉकडाउन में आवाजाही पर लगी रोक जैसे ही हटी तो मौरंग के दाम 20 रुपये फुट महंगे हो गए। इसी के साथ सीमेंट कंपनियों ने भी 40-50 रुपये प्रति बोरी ज्यादा दाम वसूलना शुरू कर दिया। इसी के साथ बालू आठ और ईंटा दोगुने दाम तक उछल गया। बाजार के जानकारों का मानना है कि अभी तो इन सामानों का उपयोग केवल सरकारी निर्माण कार्य में किया जाएगा। लेकिन जब आम जनता के लिए यह बड़ा झटका साबित होगा।
खदान से आने वाली मौरंग के दाम 65 रुपये प्रति फुट उछल गए। मौरंग विक्रेता राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि जब लॉकडाउन शुरू हुआ था उस समय मौरंग के दाम 45 रुपये प्रति फुट थे। लेकिन जैसे इस हफ्ते बाजार खुली तो मौरंग के दाम 20 रुपये बढ़ गए। इसी के साथ बालू 17-18 रुपये उछलकर 25 रुपये तक पहुंच गई। सबसे ज्यादा तेजी ईंटों के दामों पर आई है। लॉकडाउन के पहले एक हजार ईंटा छह हजार रुपये में था उसके दाम इस समय नौ हजार से दस हजार रुपये तक पहुंच गए।
सीमेंट कंपनियों ने बढ़ाए 50 रुपये
सीमेंट कंपनियों ने 340 रुपये में बिक रही सीमेंट बोरी के दामों में 40-50 रुपये का इजाफा करते हुए 380-390 रुपये तक पहुंचा दिए। उ.प्र. सीमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्याममूर्ति गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी निर्माण कराने के वास्ते जो भी आर्डर कंपनी को दिए जा रहे हैं उस पर कंपनी 40-50 रुपये दाम बढ़ाकर लगा रही है। उनका कहना है कि मौके की नजाकत देखकर सीमेंट कंपनियां मुनाफाखोरी करने पर उतारू हैं।