उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के 84 नए मामले आए सामने, 2218 पहुंचा आंकड़ा

उत्तर प्रदेश में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 84 नए मामले सामने आए। सबसे अधिक आगरा में 45 नए केस मिले हैं। इन नए केसों के साथ अब तक राज्य में 2218 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। राहत की खबर यह है कि कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने वालों की तादाद बढ़ रही है। गुरुवार को 41 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक हुए जिन्हें घर भेज दिया गया। अब तक कुल 551 संक्रमित कोरोना की जंग जीत चुके हैं। 

गुरुवार को गाजियाबाद में 13, लखनऊ में 12, गौतमबुद्ध नगर में सात, सीतापुर में तीन, शामली में तीन और मेरठ में तीन मरीज कोरोना संक्रमण से ठीक हुए। इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। राज्य के कुल मरीजों में तबलीगी जमात और इनके संपर्क में आए कोरोना संक्रमितों की संख्या 1113 हो गई है। 

कोरोना से राज्य में अब तक 40 मौतें
कोरोना संक्रमण से गुरुवार को एक और मौत होने के साथ ही राज्य में इस बीमारी से कुल मृतकों की संख्या 40 पर पहुंच गई। अमरोहा, बरेली, बस्ती, बुलंदशहर, लखनऊ, वाराणसी, अलीगढ़, मथुरा और श्रावस्ती में कोरोना संक्रमण से एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। मुरादाबाद में छह, फिरोजाबाद में दो, मेरठ में पांच, आगरा में 14 और कानपुर में कोरोना संक्रमण से चार मौतें हुई हैं। राज्य में कोरोना प्रभावित जिलों की संख्या 61 हो गई है। राज्य में इस समय 1620 कोरोना एक्टिव केस का इलाज चल रहा है। 

गुरुवार को 18 जिलों में मिले कोरोना के नये केस
गुरुवार को अकेले आगरा में ही कोरोना संक्रमण के 45 नये मामले सामने आए। लखनऊ में एक, गाजियाबाद में एक, गौतमबुद्ध नगर में चार, कानपुर नगर में तीन, मुरादाबाद में एक, वाराणसी में आठ, मेरठ में पांच, बुलंदशहर में एक, फिरोजाबाद में एक, सहारनपुर में पांच, महाराजगंज में एक, अमरोहा में एक, एटा में एक, अलीगढ़ में तीन, झांसी एक, गोरखपुर में एक तथा कानपुर देहात में एक केस कोरोना का मिला। 

छह जिले हुए संक्रमण मुक्त
अच्छी खबर यह है कि छह जिले कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गए हैं। राज्य में बेहतर प्रबंधन के कारण मृत्यु और संक्रमण दर देश में सबसे कम है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया है कि बुधवार को 520 पूल टेस्ट के माध्यम से 2252 सैम्पल टेस्ट किए गए, जिनमें 14 पूल पाजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया है कि भारत सरकार के मानकों के अनुरूप पीपीई किट, एन-95 मास्क के साथ ही अन्य सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। अतिरिक्त वेंटिलेटर्स की तात्कालिक आवश्यकता होने पर पोर्टेबल वेंटिलेटर्स मंगाने को कहा गया है। सभी जनपदों में इन्फ्रा-रेड थर्मामीटर उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि प्रवासी श्रमिकों की जांच की जा सके। 

एक हफ्ते में यूपी को टेस्टिंग में नंबर एक बनाएं: योगी
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह में उत्तर प्रदेश को टेस्टिंग क्षमता की दृष्टि से देश का नंबर एक राज्य बनाया जाए। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री ने टेस्टिंग के लिए प्रदेश में उपलब्ध समस्त संसाधनों का उपयोग करने को कहा है। इसके दृष्टिगत पं. दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गौ-अनुसंधान संस्थान मथुरा, लखनऊ स्थित केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई), भारतीय विष विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईआईटीआर) तथा बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान (बीएसआईपी) जैसे उच्चस्तरीय शोध संस्थानों की टेस्टिंग क्षमता का उपयोग करने पर विचार किया जा रहा है। सहारनपुर में एक लैब क्रियाशील की जाएगी। प्रत्येक मंडल मुख्यालय पर टेस्टिंग लैब स्थापित करने पर भी विचार चल रहा है। 

आयुष के चिकित्सकों, नर्सिंग तथा पैरामेडिकल के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि आवश्यकता पड़ने पर इनकी सेवाएं भी प्राप्त की जा सकें। प्रदेश के एल-वन, एल-टू तथा एल-थ्री कोविड चिकित्सालयों में 52 हजार बेड की व्यवस्था करते हुए, इसे चरणबद्ध रूप से बढ़ाकर एक लाख बेड किया जाना है।

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