नवाब खानदान के अकूत खजाने में 23 करोड़ की पेंटिंग्स भी हैं। इनमें दुनिया के मशहूर पेंटर पीटर लैली और जान हैंसन की बनाई पेंटिंग्स भी शामिल हैं। नवाबी दौर में ये तस्वीरें खासबाग पैलेस की शान बढ़ाया करती थीं। वक्त के साथ अब ज्यादातर की चमक फीकी पड़ गई हो लेकिन हुनर की बेहतरीन मिसाल इन पेंटिंग्स की कीमत घटने के बजाय और बढ़ गई है।
कटेहर राजा राम सिंह द्वारा बसाए गए रामपुर में करीब पौने दो सौ साल तक नवाबों का राज रहा है। इस दौरान दस नवाबों की सत्ता रही। इन सभी की पेंटिंग कोठी खासबाग की शान हैं। हर एक ही कीम 15-15 लाख रुपये तक हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खां और नवाब आसिफ उद्दौला की पेंटिंग्स भी यहां की शान हैं। इनके अलावा भी की बेशकीमती पेंटिग्स इस खजाने का हिस्सा हैं। खासबाग के दरबारे हाल में अठखेलियां करतीं और स्नान करती युवितयों की कई खूबसूरत पेटिंग्स भी हैं। नवाबों की संपत्ति पर अदालत में रिपोर्ट सौंपने वाले अधिवक्ता हर्ष गुप्ता का कहना है कि इन पेंटिग की कीमत का आंकलन विशेषज्ञ कंपनी द्वारा कराया गया है। दुनिया के मशहूर पेंटर पीटर लैली और जान हैंसन की बनाई पेंटिंग्स भी खासबाग पैलेस में हैं। इनकी कीम दस-दस लाख रुपये आंकी गई है।
कुल 436 पेंटिंग की कीमत 22.92 करोड़
मूल्यांकन के बाद कोर्ट में सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक नवाबों के खजाने में कुल 436 पेंटिग हैं, जिनकी कीमत 22 करोड़ 92 लाख 11 हजार रुपये आंकी गई है।पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां बताते हैं कि ज्यादातर पेंटिग आखिरी नवाब रजा अली खां के दौर में बनी हैं। इन्हे बनाने के लिए सामान और पेंटर भी विदेश से आए। इन्हें कैनवास पर आयल पेंट और वाटर कलर से तैयार किया गया है। पेंसिल के स्केच भी बेहद शानदार हैं। ज्यादातर पेंटिग के फ्रेम वर्मा टीक से बने हैं और इन्हें सोने के पानी से पालिश किया गया है।
नवाबों के अपने पोट्रेट भी
नवाबों की पेंटिग खासबाग पैलेस के सी ब्लाक के हाल में लगी हैं। हालांकि इनमें नवाब मुहम्मद सईद खां और नवाब यूसुफ अली खां की पेंटिंग्स गायब हैं। नवाबों की तस्वीरें 10 गुणा 5 फीट साइज में हैं। नवेद मियां के पीआरओ काशिफ खान बताते हैं कि कोठी से तमाम पेंटिंग गायब हैं। जिनमें नवाबों के पोट्रेट भी शामिल हैं।
कला के शौकीन थे नवाब रामपुर
नवाब रामपुर कला के बड़े कद्रदान थे। फिल्मी अभिनेत्रियां उनकी महफिल की शान बढ़ाया करती थीं। मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार की सास नसीम बानो, निम्मी और अख्तरी बाई ने भी यहां नृत्य किया। नवाब रजा अली खां खुद पियानो बजाते थे। इस पियानो की कीमत दस लाख आंकी गई है। हालांकि यह अब पूरी तरह से बदहाल हो चुका है।