दिल्ली भाजपा के संगठनात्मक पुनर्गठन की प्रक्रिया के तहत प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने बुधवार को पार्टी की मंडल इकाइयों के 250 अध्यक्षों की पहली सूची जारी कर दी। इनमें से 80 फीसद चेहरे नए हैं।
दिल्ली प्रदेश मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अशोक गोयल ने कहा कि पार्टी की नीति के तहत सूची में शामिल सभी मंडल अध्यक्षों की उम्र 45 साल से कम है। उन्होंने कहा कि नए मंडल अध्यक्षों में 55 अन्य पिछड़ा वर्ग, 36 अनुसूचित जाति और 20 महिला श्रेणी से हैं। 200 चेहरे नए हैं, जबकि 50 को फिर से यह जिम्मेदारी दी गई है।
पार्टी नेताओं का कहना है शेष बचे मंडलों में भी जल्द ही अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी जाएगी। दिल्ली को भाजपा ने संगठनात्मक दृष्टि से कुल 280 मंडलों में विभाजित कर रखा है। पार्टी अगले कुछ दिनों में नए पदाधिकारियों और 14 जिला अध्यक्षों के नामों की घोषणा कर सकती है।
गोयल ने बताया कि पार्टी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षकों ने जमीनी स्तर पर फीडबैक लेने के बाद इन मंडल अध्यक्षों के नामों को हरी झंडी दी है। प्रत्येक मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति से पहले पूर्व और वर्तमान मंडल अध्यक्षों, पार्षदों, विधायकों, सांसदों और संगठन के पदाधिकारियों सहित लगभग 4500 नेताओं से चर्चा की गई।
हालांकि, पार्टी के एक धड़े का आरोप है कि फीडबैक की प्रकिया में गड़बड़ी हुई है और कई मामलों में मेहनती कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया है।
नाम न छापने की शर्त पर पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि ऐसे मेहनती कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। वे इस संबंध में पार्टी कार्यालय में जल्द ही अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया रहाटकर को संगठनात्मक चुनावों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।