सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में जांच करने पहुंचे पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी को बीएमसी ने जबरन क्वारंटाइन कर दिया है। इस घटना के बाद से बीएमसी और मुंबई पुलिस के रवैए पर अब सवाल उठने लगे हैं। बिहार सरका में मंत्री संजय झा ने भी मुंबई पुलिस को आड़े हाथों लिया है और पूछा है कि जब बिहार पुलिस के चार अन्य अधिकारी मुंबई फ्लाइट से गए तो उन्हें क्यों क्वारंटाइन नहीं किया?
जांच अधिकारी विनय तिवारी को क्वारंटाइन करने पर संजय झा ने कहा कि बिहार पुलिस के 4 अधिकारी पहले से ही मुंबई में हैं, वे भी फ्लाइट से वहां गए थे, मगर उन्हें क्वारंटाइन नहीं किया गया। हमने जांच में तेजी लाने के लिए एक आईपीएस अधिकारी को भेजा मगर जब उन्होंने अपनी जांच शुरू की तो उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि हमने मुंबई पुलिस को पहले ही इसकी जानकारी दे थी कि हमारे एक आईपीएस अधिकारी फ्लाइट से जा रहे हैं। इनके रहने और जांच में मदद करने को कहा। एयरपोर्ट पर उनके साथ कुछ नहीं हुआ। जब देर रात उन्होंने जांच शुरू की, तब बीएमसी ने उन्हें क्वारंटाइन कर दिया। हमारी सरकार इस मसले पर जल्द ही निर्णय लेगी।
संजय झा ने ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इसकी फेयर जांच की मांग की और बिहार पुलिस को जांच करने की अनुमति देने को भी कहा है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि हमारे न्याय की तलाश में अवरोधों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इस तरह की बाधाएं भारतीय न्यायशास्त्र पर हमले के समान है।
इससे पहले पटना सिटी एसपी को मुंबई में क्वारंटाइन करने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रतिक्रिया दी है। नीतीश कुमार ने कहा उनके साथ जो भी हुआ वह ठीक नहीं है। यह राजनीतिक मसला नहीं है, बिहार पुलिस अपना कर्तव्य निभा रही है। हमारे डीजीपी वहां के अधिकारियों से बात करेंगे। वहीं, इस मामले पर बीएमसी ने सफाई दी कि पटना के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को मुंबई एयरपोर्ट पर घरेलू आगमन के वर्तमान कोरोना दिशा-निर्देशों के अनुसार क्वारंटाइन किया गया है।