दिल्ली के एम्स में जल्द ही कोरोना वैक्सीन का मानव परीक्षण शुरू किया जाएगा। अस्पताल की एथिक्स कमेटी से इसको मंजूरी मिल गई है। आईसीएमआर और भारत बायोटैक ने इस वैक्सीन को तैयार किया है। एम्स में इसके पहले फेस का परीक्षण शुरू होगा।
एम्स में कम्यूनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉक्टर संजय रॉय ने कहा कि एथिक्स कमेटी की तरफ से ट्रायल शुरू करने की अनुमति मिल गई है। वैक्सीन के पहले फेज के परीक्षण में कुल 350 लोगों को शामिल किया जाएगा। इनमें 100 लोगों पर ट्रायल एम्स में होगा और बाकी 250 लोगों पर अन्य सेंटर में होंगे। डॉक्टर संजय ने कहा कि जो वॉलेंटियर ट्रायल में शामिल होंगे उनमें देखा जाएगा कि वे कोरोना संक्रमण से ग्रस्त न हो। उनकी किडनी,ब्लड ,शुगर और अन्य सभी जांच की जाएगी। जांच होने के बाद उन्हें परीक्षण के लिए पजीकृत किया जाएगा। इन लोगों की नियमित निगरानी की जाएगी। डॉक्टर संजय ने कहा कि जितने लोग इसमें भाग लेंगे, उतना जल्दी ट्रायल पूरा हो सकेगा।
आइसीएमआर ने तीन जुलाई को एक पत्र लिखकर दिल्ली के एम्स सहित अन्य 12 संस्थानों में वैक्सीन का परीक्षण शुरू करने का निर्देश दिया था। कुछ संस्थानों ने ट्रायल शुरू कर दिया, लेकिन एम्स में यह मामला एथिक्स कमेटी में फंस गया था। किसी भी वैक्सीन के परीक्षण के लिए संस्थान की एथिक्स समिति से अनुमित लेनी होती है। कुछ कागजों में दिक्कत होने के चलते पहले समिति ने इसकी मजूरी नहीं दी थी।
इसके बाद समिति की बैठक में प्रोटोकॉल में कुछ बदलाव को लेकर चर्चा की गई। अब उस बदलाव को पूरा कर लिया गया है, जिसके बाद मंजूरी मिल गई है। उम्मीद है जल्द की परीक्षण शुरू हो जाएगा। इससे पहले पटना एम्स और हरियाणा के रोहतक पीजीआईएमएस में भी इस वैक्सीन का मानव परीक्षण शुरू हो चुका है।एम्स ने स्वस्थ लोगों से इस ट्रायल में शामिल होने की अपील की है। ट्रायल में शामिल होने की इच्छा रखने वाले लोग फोन नंबर 7428847499 पर कॉल कर अपना रेजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।